जनता का भाजपा से पूरी तरह मोहभंग, खाली जुमले सुनने में किसी की रुचि नहीं: हुड्डा

2/15/2018 4:33:01 PM

चंडीगढ़(ब्यूरो): आज जींद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की हुंकार रैली थी। जहां पंडाल में लोगों के लिए लगभग 30 हजार कुर्सियां लगाई गई थी लेकिन एक तिहाई कुर्सियां खाली पड़ी रही। जिस पर हरियाणा के भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तंज कसते हुए कहा कि अमित शाह की जींद में हुई युवा हुंकार रैली पूरी तरह विफल रही और लोगों को इससे केवल निराशा ही हाथ लगी। लोगों का भाजपा सरकार से विश्वास उठ चुका है अौर जनता को नेताअों के खाली जुमले सुनने में किसी तरह की रूचि नहीं है।

हुड्डा ने कहा कि शाह ने राज्य के किसानों, जवानों अौर खिलाड़ियों की तारीफों के पुल तो बांधकर उनके कल्याण के लिए कोई घोषणा नहीं की। हुड्डा ने कहा कि कुल मिलाकर यह रैली से राज्य पर बोझ साबित हुई अौर इससे आम जनता को निराशा हाथ लगी है। यहां तक की इसमें शामिल भाजपा कार्यकर्ता भी मायूस होकर घर लौटे। हुड्डा ने कहा कि रैली में ज्यादातर खाली रहीं कुर्सियां इस बात की ओर स्पष्ट संकेत करती हैं कि प्रदेश की जनता का भाजपा से पूरी तरह मोहभंग हो चुका है। जनता को भाजपा नेताओं के खाली जुमले सुनने में कोई रुचि नहीं है। अलबत्ता जनता यह जानना चाहती है कि इस रैली का मकसद क्या था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दावा कि इस रैली के लिए केवल केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती पर राज्य के खजाने से लगभग 22 करोड़ रुपए निकल गए जबकि अन्य खर्चे तो इससे अलग हैं। 

हुड्डा ने कहा कि रैली में भाजपा नेता ये दावे करते रहे कि केंद्र सरकार ने किसानों की आमदनी दुगनी कर दी है लेकिन वे यह स्पष्ट नहीं कर सकेे कि आमदनी दुगुनी कैसे हो गई। जबकि जमीनी हकीकत यह है कि मंडियों में किसानों को अपनी फसल का पिछली कांग्रेस सरकार के शासन में मिले भाव का आधा भी नहीं मिल रहा है। हुड्डा ने दावा किया कि भाजपा नेताओं ने रैली में पहुंचने के लिए बिना नंबर की मोटरसाइकलों का इस्तेमाल किया जो कि यातायात नियमों का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन है। यहां तक कि मोटरसाइकलों पर सवार लोगों के सिर पर हैल्मेट भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश का मुखिया और उसके साथी यातायात के नियम तोड़ेंगे तो फिर आम आदमी से इनका पालन करने की उम्मीद कैसे की जा सकती है।