बड़ी कार्रवाई: करनाल में 100 करोड़ की नशीली दवाइयां बेचने वाला गिरोह पकड़ा
12/13/2021 11:08:12 AM
करनाल: खाद्य एवं औषध प्रशासन करनाल की औषध नियंत्रण अधिकारी ऋतु मेहला ने बताया कि नार्कोटिक क्राइम कंट्रोल की स्थानीय टीम ने नशीली दवाइयों के कारोबार से संबंधित फर्म जन्नत फार्मास्यूटिकल द्वारा निर्मित 100 करोड़ की नशीली दवाइयों को अवैध रूप से बेचने का गिरोह पकड़ा है।
इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने उच्चाधिकारियों की भी मीटिंग ली थी, जिसमें नशे के कारोबार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने बारे निर्देश दिए गए थे। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों पर जल्द ही एक ऐप लांच की जाएगी जिससे तहत नशे में प्रयोग होने वाली दवाइयों पर अंकुश लगाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग के आयुक्त राजीव रतन के निर्देश पर वंदन मैडीकल स्टोर, दुकान नम्बर 4, गली नम्बर 23 सोहना रोड कर्ण बिहार करनाल पर रेड की गई। जांच में सामने आया कि वंदन मैडीकल स्टोर ने बंसल फार्मा, एन. के. शर्मा रोड बादल कालोनी, जिरकपुर से एलपराजोलम 0.50 की 2 लाख 39 हजार 400 टेबलेट खरीदी तथा फर्म वंदन मैडीकल स्टोर द्वारा बिना रिकार्ड के अवैध रूप से बेची पाई गई। इस बारे वह कोई सेल रिकार्ड प्रस्तुत नहीं कर पाया।
उन्होंने बताया कि इन दवाइयों को बिना बिल अवैध रूप से सप्लाई किया जा रहा था। एलपराजोलम की दवाई डॉक्टर की पर्ची पर एक रिटेल कैमिस्ट द्वारा बेची जा सकती है, परन्तु फर्म ने कोई भी सेल रिकार्ड पेश नहीं किया। चूंकि यह दवाइयां नशे के तौर पर भी प्रयोग होती हैं। जिस पर विभाग के अधिकारियों ने कार्यवाही करते हुए उक्त मैडीकल स्टोर को सील कर दिया तथा एलपराजोलम टेबलेट को अवैध रूप से बेचने पर फर्म की मालिक सविता, उसके पति नितिन छाबड़ा, फर्म के अनुभवी व्यक्ति सतीश कुमार, राजीव वर्मा व अन्य दोषियों के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत एफआईआर करवाई गई।
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