बिजली निगम का कारनामा, बिना तार जोड़े ही किसान को भेज दिया बिल

9/29/2020 5:59:32 PM

गोहाना (सुनील): हरियाणा के गोहाना में एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। जहां बिजली निगम ने बिना बिजली की तार जोड़े ही किसान को बिल दे दिया। इस पर जब किसान ने बिजली तार को जोड़ने की बात की, तो उससे 2000 रूपये की मांग ठेकेदार ने की। पूरा मामला गांव कथूरा का है। 

एक किसान ने खेत में हजारों रुपये की फीस अदा कर ट्यूबवेल कनेक्शन लिया। बिजली निगम किसान के खेत में ट्रांसफर लगा दिया। इसके बाद खेत तक बिजली खंबे लगा कर मीटर भी लगा दिया, लेकिन ट्रांसफर से खेत की लाइन में वायर नहीं डाली। जबकि किसान को निगम ने 256 रुपए का बिजली बिल दे दिया। 



किसान ने यह बिजली का बिल भी भर दिया, लेकिन जब किसान ने बिजली का कनेक्शन देने वाले ठेकेदार को इस बारे में बताया कि तो इसकी एवज में ठेकेदार ने 2000 रूपये की डिमांड कर डाली। निगम के अधिकारियों से किसान ने अपनी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 

इससे साबित हो रहा कि ठेकेदार बिजली उच्च अधिकारीयों की मिलीभगत कर किसानों को परेशान कर उनसे पैसों की अवैध वसूली कर रहे हैं, जबकि खट्टर सरकार भ्रष्टाचार मुक्त करने का दावा कर रही है। 
इस बारे रामरूप किसान ने बताया कि मैं गांव कथूरा का रहने वाला हूं, मैंने ट्यूबवेल कनेक्शन लिया। खेत में ट्रांसफर के साथ लाइन लगा दी गई, लेकिन खेत लाइन और ट्रांसफर तक केबल नहीं लगाई। जबकि मुझे बिजली का बिल भी दिया। उन्होंने कहा कि मैंने बिल भर भी दिया। किसान ने कहा कि जब ठेकेदार से बात की तो उसने 2000 रूपये की रिमांड की। जिसकी रिकॉर्डिंग भी है।



वहीं इस बारे बिजली निगम के एक्सईएन ने बताया कि किसान के खेत तक ट्रांसफर व मीटर लगा दिया है। हां ट्रांसफर से लाइन तक केबल नहीं लगी है। अभी मेरे संज्ञान में मामला आया है ,अभी यह केबल लगा दी जाएगी। ठेकेदार द्वारा 2000 रूपये मांगने पर उन्होंने कहा कि यह मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर ऐसा है तो मैं ठेकेदार से इस बारे में बात करूंगा।

भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने आरोप लगाया कि ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए किसानों को कंपनियां परेशान कर रही हैं। यह गुजरात की कंपनी है, जोकि मोदी के रिश्तेदार की कंपनी है। अधिकारी भी इस कम्पनी की मनमानी पर कुछ नहीं बोलते है।

vinod kumar