भाजपा ने ब्राह्मण समाज के साथ किया विश्वासघात और अनदेखी: सुरजेवाला

9/3/2018 10:25:05 AM

कुरुक्षेत्र(रणदीप रोड): अखिल भारतीय कांग्रेस मीडिया प्रभारी व कांग्रेस कोर कमेटी के सदस्य और कैथल से विधायक रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने कहा कि स्वाभिमान का ज्ञान ब्राह्मण ही दे सकता है, क्योंकि सिक्कों की खनक ब्राह्मण के ज्ञान को नहीं खरीद सकती। इसलिए समाज के आह्वान की जरूरत है। वह कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर पर संजीव भारद्वाज की अध्यक्षता में आयोजित ब्राह्मण सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने ब्राह्मण समाज से वायदा किया कि कांग्रेस की सरकार सत्ता में आते ही ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा, जिसका चेयरमैन भी समाज से ही बनाया जाएगा। इसके अलावा 40 से 50 प्रतिशत ब्राह्मण निजी स्कूल चलाते हैं, जो आर्थिक तंगी के कारण उसे आगे नहीं बढ़ा पाते, उन्हें 4 प्रतिशत की ब्याज दर पर 5 से 10 लाख तक का लोन बोर्ड के 11 प्रभुत्व व्यक्तियों द्वारा देने का प्रावधान किया जाएगा। शाहबाद, करनाल, पानीपत, कैथल में 368 तीर्थों का जीर्णोद्धार करवाया जाएगा और वहां पूजा अर्चना की जिम्मेदारी गांव के ही योग्य ब्राह्मण को दी जाएगी। 

कैलाश मानसरोवर यात्रा पर राहुल गांधी पर भाजपा के कटाक्ष के जवाब में सुर्जेवाला ने कहा कि देव और दानवों की लड़ाई सदियों से चलती आ रही है और अब भी भाजपा राज में वो लड़ाई अग्रसर है।सुर्जेवाला ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने भाजपा को फर्श से अर्श पर ले जाने का काम किया लेकिन भाजपा ने उन्हें दरकिनार करते हुए अर्श से फर्श पर लाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में ब्राह्मण समाज पीड़ा के द्वार पर क्यों है? ब्राह्मण समाज आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक पिछड़ेपन का शिकार क्यों है? इसलिए ब्राह्मण सम्मेलन के जरिए नई जनजागृति करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों की अनदेखी, विषमता का शिकार होने के पीछे भाजपा जिम्मेदार है। भाजपा ने हमेशा ब्राह्मणों का इस्तेमाल किया।

इस अवसर पर ब्राह्मण सम्मेलन में आए संजीव भारद्वाज, मोहन प्रकाश, खैराती लाल शर्मा, डा.  शिव शंकर भारद्वाज, पंडित विष्णु दत्त कौशिक पौत्र दादा लखमीचंद,पंडित प्रकाश मिश्रा, सुधीर गौतम, बच्चन सिंह आर्य, सुमित्रा चौहान, राजकुमार वाल्मिकी, रमेश गुप्ता, अनिल धंतोडी़, पवन दिवान साहनी, फूल सिंह वाल्मीकि, नरेश शर्मा, नरेश शर्मा बस्सी, सतपाल कौशिक, पवन शर्मा पहलवान, कवि राज शर्मा, सतबीर भाना, नवीन शर्मा, पी.एल. भारद्वाज, सुशील कौशिक, सुदेश शर्मा, दीपा शर्मा, सुनीता शर्मा, वकील अरविंद गौड़, पारीस राम, मोहन लाल सरपंच, राजेन्द्र शर्मा, नवीन शर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, जयपाल शर्मा, सुशील कौशिक, संदीप कौशिक, राकेश जोशी, सोनी शर्मा, चंद्रपकाश, मंगत शर्मा, रंधीर शर्मा, सतपाल शर्मा, गौरव शर्मा किरमच, प्रमोद शर्मा, आदि ब्राह्मण नेताओं ने भी संबोधित किया।

कहा-भगवान परशुराम के नाम से संस्कृत विश्वविद्यालय का गठन किया जाएगा
सुर्जेवाला ने कहा कि भगवान परशुराम के नाम से संस्कृत विश्विद्यालय का गठन किया जाएगा, जिसमें कर्मकांड की ट्रेङ्क्षनग के साथ-साथ स्नातक की डिग्री भी दी जाएंगी। कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी और सिरसा यूनिवर्सिटी में एक-एक चेयर की स्थापना करेंगे, जिसमें से एक भगवान परशुराम चेयर, दादा लखमी चंद चेयर और पंडित भगवत दयाल शर्मा चेयर होगी। गरीब ब्राह्मणों को 10 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एच.पी.एस.सी. बोर्ड के तहत ब्राह्मण समाज के प्रभुत्व नागरिकों को राजनीतिक तौर पर हिस्सेदारी दी जाएगी।

‘भगवान परशुराम का परसा उठाने की जरूरत’
सुर्जेवाला ने कहा कि हरियाणा की खट्टर सरकार ने ब्राह्मण समाज के विश्वास और सम्मान पर कुठाराघात किया है। एच.एस.एस.सी. बोर्ड के पेपर में ब्राह्मण समाज के रंग के आधार पर सवाल पूछना उसकी गंदी व घृणा वाली सोच को दिखाती है लेकिन उन्होंने चेयरमैन भारती पर कार्रवाई न कर एक्सटैंशन देकर अध्यक्ष बना दिया। सबसे पहले उन्होंने ही आवाज उठाई थी। मुख्यमंत्री की वि.स. करनाल में 4 ब्राह्मण पुजारियों की नशृंस हत्या होती है लेकिन न मुख्यमंत्री, न कोई मंत्री और न ही कोई विधायक हाल जानने के लिए गया। इसलिए एक मिनट भी खट्टर सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम का परसा उठाने की जरूरत है।
 

Deepak Paul