LS Election 2019- हिसार संसदीय क्षेत्र में आज तक नहीं खिला कमल

3/15/2019 1:09:48 PM

जींद (मलिक): प्रदेश में सिरसा के बाद हिसार ऐसा संसदीय क्षेत्र है जिसमें आज तक कमल का फूल कभी नहीं खिला है। इस संसदीय क्षेत्र में अब तक हुए चुनावों में 7 बार कांग्रेस और 7 बार चौधरी देवीलाल के परिवार वाली पार्टी को जीत हासिल हुई है। बीच में हरियाणा विकास पार्टी और जनहित कांग्रेस को भी हिसार के मतदाताओं ने मौका देने का काम किया। 

हिसार, भिवानी और जींद जिले में फैला हिसार संसदीय क्षेत्र कांग्रेस तथा चौधरी देवीलाल के परिवार वाली पाॢटयों का ही मजबूत राजनीतिक गढ़ रहा है। इस संसदीय क्षेत्र में 1952 से 2014 तक हुए 16 लोकसभा चुनावों में ’ज्यादातर में मुकाबले कांग्रेस पार्टी तथा चौधरी देवीलाल के परिवार वाली पाॢटयों  के बीच ही हुए हैं। 

पहले जनसंघ और उसके बाद बनी भारतीय जनता पार्टी इस संसदीय क्षेत्र में कभी भी खुद को साबित नहीं कर पाई और इस संसदीय क्षेत्र में कभी जनसंघ का दीपक नहीं जल पाया और बाद में भारतीय जनता पार्टी का कमल का फूल भी नहीं खिल पाया। यह संसदीय क्षेत्र अब तक हुए 16 चुनावों में भाजपा के लिए एक तरह से बंजर राजनीतिक जमीन ही साबित हुआ है। 

2014 में भाजपा ने हजकां के साथ गठबंधन भी किया लेकिन तब भी उसके गठबंधन में हजकां प्रत्याशी के रूप में हिसार से चुनावी दंगल  में उतरे कुलदीप बिश्रोई लोकसभा में नहीं पहुंच पाए थे। इस नाते हिसार संसदीय क्षेत्र अब 12 मई को होने वाले लोकसभा चुनावों मेें प्रदेश में सत्तारूढ़ दल भाजपा के लिए बहुत बड़ी राजनीतिक चुनौती साबित होगा। सत्तारूढ़ दल भाजपा के सामने हिसार में 16 संसदीय चुनावों के लगातार चले आ रहे सूखे को समाप्त करने की चुनौती होगी। 



एक बार हविपा, एक बार हजकां को भी दिया हिसार के लोगों ने मौका
हिसार संसदीय क्षेत्र में भले ही ’ज्यादातर चुनावी मुकाबले कांग्रेस पार्टी और चौधरी देवीलाल के परिवार वाली पार्टियों के बीच हुए हैं और इन दोनों को 7-7 बार हिसार में जीत मिली है लेकिन बीच में हिसार के मतदाताओं ने इन दोनों दलों में से दोनों को नकार कर तीसरों पर भी भरोसा जताया है। 1996 में हुए संसदीय चुनावों में हिसार से हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) के जयप्रकाश उर्फ जे.पी. तथा 2009 में हुए संसदीय चुनावों में कांग्रेस से अलग होकर अपना अलग दल बनाने वाले पूर्व सी.एम. भजनलाल की हजकां (हरियाणा जनहित कांग्रेस) ने भी जीत का स्वाद चखा है। जयप्रकाश उर्फ जे.पी. ने हलोदरा के लाला गौरी शंकर को पराजित कर लोकसभा में दस्तक दी थी तो पूर्व सी.एम. भजनलाल ने इनैलो के डा. अजय सिंह चौटाला को पराजित किया था।

Shivam