किसानों के अल्टीमेटम से भाजपा-जजपा नेता चिंतित! खूफिया एजैंसियां हुई सतर्क

4/6/2021 9:05:48 AM

फरीदाबाद (महावीर): रोहतक में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर किसानों के प्रदर्शन, जाम तथा लाठीचार्ज की घटना के बाद किसान नेताओं के गठबंधन सरकार को जो अल्टीमेटम दिया है, उसे लेकर भाजपा-जजपा मंत्रियों व विधायकों के माथे पर चिंता की लकीरें उकर आई हैं। दरअसल, लाठीचार्ज के बाद गुस्साए किसानों ने सरकार से मांग की है कि जब तक आंदोलन चल रहा है जब तक जजपा-भाजपा के नेताओं के सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द किए जाएं अन्यथा उन्हें किसानों के विरोध का सामना करना पड़ेगा। 

ऐसे में सरकार के मंत्रियों व विधायकों की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है। मुख्यमंत्री से पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को भी किसानों का खासा विरोध एक कार्यक्रम के दौरान झेलना पड़ा तथा भाजपा के कई विधायकों व स्पीकर सहित कई नेताओं को किसानों के गुस्से का शिकार होना पड़ा जिसके चलते अब सरकार भी चिंतित नजर आ रही है। जिस तरह से कुछ दिनों से लगातार भाजपा व जजपा नेताओं का किसान हर जगह पहुंचकर विरोध कर रहे हैं और वहां टकराव के हालात पैदा हो रहे हैं। ऐसे में खूफिया एजेंसी की रिपोर्ट के बाद सरकार पूरी तरह से सतर्कता बरतना चाहती है।

प्रदेश में कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन दिनोंदिन उग्र होता जा रहा है। शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल भाजपा सांसद अरविंद शर्मा के पिता की 17वीं में शामिल होने रोहतक पहुंचे। इस दौरान किसानों ने सीएम के दौरे के विरोध में प्रदर्शन किया। सुबह किसान मस्तनाथ विश्वविद्यालय में बनाए गए हेलीपैड की तरफ बढ़े।  पुलिस ने उन्हें रोका जिसके बाद पुलिस और किसानों के बीच हिंसक झड़प हो गई। किसानों के पथराव में पुलिस कर्मी घायल हो गया है। वहीं भड़के किसानों ने बैरिकेड उखाड़ दिए। कड़ी सुरक्षा के बीच सीएम के हेलीकॉप्टर के लैंडिंग की जगह डेढ़ घंटे में दो बार बदली गई। सीएम के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग की व्यवस्था पुलिस प्रशासन ने बाबा मस्तनाथ मठ परिसर में की। यहां बोहर के किसानों के हंगामे के बाद प्रशासन ने आनन-फानन में हेलीकॉप्टर लैंडिंग की जगह बदल कर पुलिस लाइन परिसर कर दी। 
सीएम मनोहर लाल के रोहतक आगमन का विरोध कर रहे किसानों व पुलिस के बीच  इस दौरान टकराव की स्थिति बन गई तथा पुलिस ने बल का भी प्रयोग कियाा जिसमें कुछ पुलिसकर्मी व किसान घायल हो गए। हालांकि पुलिस किसी भी तरह के बल के प्रयोग से इंकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि कुछ लोगों द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया जिससे कुछ किसान व पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। 

पुलिस व किसानों के बीच हुए इस टकराव के बाद किसान और अधिक आक्रोश में हैं। किसान आंदोलन काफी लंबा होता जा रहा है और इसलिए ही अब किसान उग्र होने लगे हैं। जिससे प्रदेश में बवाल होने की संभावना जताई जा रही है। जिसे लेकर खूफिया एजेंसी भी सतर्क हो गई हैं क्योंकि उन्होंने भी बवाल की आशंका की रिपोर्ट सरकार को सौंपी है।  सूत्रों की मानें तो अब भाजपा-जजपा नेता केवल उन्हीं कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे जहां जाना अत्यंत जरूरी हो और सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद हो ताकि किसी भी तरह के विरोध का सामना उन्हें न करना पड़े। 

रोहतक में मुख्यमंत्री मनोहरलाल, हिसार व पानीपत में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पंजाब में भाजपा विधायक के साथ मारपीट, विधानसभा स्पीकर सहित भाजपा के कई मंत्रियों व विधायकों के विरोध की घटनाओं पर अब सरकार कोई ढिलाई बतरने के मूड में नहीं हैं।  ऐसे में जिस तरह से भाजपा-जजपा नेताओं को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है उससे आने वाले समय में भाजपा-जजपा नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ सकती है। हालांकि किसान नेताओं का कहना है कि किसी तरह का बवाल होने पर सरकार द्वारा किसान आंदोलन को नुक्सान पहुंचाने की कोशिश की जाएगी इसलिए वे केवल भाजपा-जजपा नेताओं का विरोध करेंगे और शांति व्यवस्था बहाल रखेंगे परंतु वर्तमान हालातों को देखकर अब भाजपा के विधायक व मंत्री भी कोई रिस्क लेने को तैयार नहीं हैं। 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)
 

Content Writer

Isha