भाजपा विधायक के बेटे की आज जम्मू-कश्मीर जाएगी बारात, CM खट्टर ने दी बधाई

12/1/2019 2:26:16 PM

डेस्क: हरियाणा के राई से भाजपा विधायक मोहन लाल बड़ौली के बेटे की बारात जम्मू कश्मीर जाएगी। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद वहां शादी करने का रास्ता साफ हो गया है। यह माना जा रह है कि जम्मू कश्मीर से होने वाली यह प्रदेश की पहली शादी है। मोहन लाल के बेटे की बारात आज जम्मू-कश्मीर जाएगी। 

वहीं सीएम मनोहर लाल शनिवार को राई के विधायक मोहनलाल बड़ौली के घर पर दोनों बेटों को शादी की बधाई देने के लिए पहुंचे। विधायक मोहनलाल के घर पहुंचते ही सीएम ने कहा उस दूल्हे से मिलवाओ जो कश्मीर में बारात लेकर जाएगा। जब दूल्हा संदीप सीएम के सामने आया तो सीएम ने उसे बधाई दी।



बता दें कि इस शादी को लेकर दूल्हा व दुल्हन के साथ ही दोनों के परिवार वाले काफी खुश हैं। राई से भाजपा विधायक मोहन लाल बड़ौली के पुत्र संदीप ने दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी मुरथल से 2014 में बीटेक किया था। उसी समय जम्मू-कश्मीर के बंतलाब की रहने वाली सिरीसा रैना भी बीटेक कर रही थी। हालांकि दोनों के डिपार्टमेंट अलग थे और संदीप केमिकल से बीटेक कर रहे थे तो सिरीसा बायोटेक से बीटेक कर रही थी। 

2014 में सिरीसा यूनिवर्सिटी की टॉपर भी रह चुकी हैं। उस समय ही दोनों की जान पहचान हुई थी और इनके परिवार वाले भी एक-दूसरे को जानते थे। इस जान पहचान को दोनों के परिवार वालों ने अब रिश्तेदारी में बदलने का फैसला किया और दोनों की शादी तय कर दी। इस शादी को लेकर दोनों के परिवार के लोग काफी उत्साहित हैं। संदीप का दावा है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद वहां से प्रदेश में होने वाली यह पहली शादी है।

अनुच्छेद 370 हटने से पहले परिवार से नहीं जोड़ा जा सकता था आधिकारिक रूप से नाम
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू होने के समय भी युवती की दूसरे राज्य में शादी हो सकती थी, लेकिन शादी के बाद युवती का आधिकारिक रूप से परिवार के साथ नाम नहीं जोड़ा जा सकता था तो युवती का मायके से सभी हक खत्म हो जाते थे। इस तरह शादी के बाद केवल मौखिक रूप से युवती का परिवार से रिश्ता रहता था। सिरीसा अपने माता-पिता की अकेली बेटी है तो उसके लिए यह अनुच्छेद 370 हटाया जाना काफी खुशी देने वाला फैसला रहा है। 

विधायक मोहनलाल बड़ौली के बेटे संदीप कहते हैं कि उनकी व सिरीसा की पढ़ाई के समय से केवल जान पहचान थी। जिसके बाद वह खुद आईआईएम हिमाचल प्रदेश में एमबीए करने चले गए और उसके बाद कोरिया में नौकरी करने लगे। संदीप ने पिता के चुनाव में नौकरी छोड़ दी। इसके साथ ही परिवार वाले शादी करने की बात कहने लगे। 

Edited By

vinod kumar