भाजपा भाईचारा बनाओ नहीं, भाईचारा जलाओ पार्टी: हुड्डा

2/21/2017 9:12:13 AM

रोहतक:सरकार की नीयत में खोट है जिस कारण आंदोलनकारियों के साथ जो समझौता हुआ था, उसे आज तक लागू नहीं किया है। सरकार को वार्ता नहीं बल्कि जाट समाज के साथ किया गया वायदा तुरंत पूरा करना चाहिए जिससे धरने अपने आप उठ जाएंगे लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही। भाजपा भाईचारा बनाओ नहीं, बल्कि भाईचारा जलाओ पार्टी है। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। वह सोमवार को पूर्व विधायक बी.बी. बत्तरा के निवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने भाजपा को अनुभवहीन और असंवेदनशील सरकार बताते हुए यहां तक कह दिया कि सरकार का स्टेयरिंग किसी के पास है, क्लिच किसी के पास, ब्रेक किसी के पास और एक टायर इधर व एक टायर उधर है।उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलन के लिए सबसे बड़ा षड्यंत्रकारी वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु हैं।

उन्होंने कहा कि जो लोग आंदोलन में मरे, उन्हीं के खिलाफ 302 के मुकद्दमे दर्ज किए गए जो बिल्कुल झूठे हैं और झूठे मुकद्दमे तो वापस होते ही हैं। ङ्क्षहसा के लिए पूर्ण रूप से सरकार जिम्मेदार थी जिसका खुलासा प्रकाश सिंह कमेटी ने भी किया है। सरकार अपनी बात पर खरी नहीं उतरी जिस कारण दोबारा आंदोलन शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि वह समाज की जायज मांगों को अपना समर्थन देते हैं और आंदोलनकारियों से अपील करते हैं कि शांति बनाए रखें और 36 बिरादरी के भाईचारे को साथ लेकर अपनी बात रखें। उन्होंने एस.वाई.एल. मामले में इनैलो पर निशाना साधते हुए कहा कि इनैलो लोगों को गुमराह कर रही है। चौटाला परिवार अगर राजीव लौंगोवाल समझौते का विरोध नहीं करता तो एस.वाई.एल. नहर का निर्माण कब का हो चुका होता। इनैलो को एस.वाई.एल. मुद्दे पर राजनीतिक ड्रामा करने की जरूरत नहीं है। अगर नीयत साफ है तो केंद्र सरकार पर मिलकर दबाव बनाने में सहयोग करें, क्योंकि हरियाणा को उसके हक का पानी अब नहीं तो फिर कभी नहीं मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद केंद्र सरकार को ही एस.वाई.एल. नहर का निर्माण सुनिश्चित करना है। एस.वाई.एल. मामले में उन्होंने इनैलो नेता अभय चौटाला को भी एक पत्र लिखा है। उन्होंने विधानसभा सत्र के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा कि आगामी विधानसभा सत्र के दौरान वे हरियाणा में हुए घोटालों को जोर-शोर से उठाएंगे।