भाजपा में बगावत के सुर: सीएम के खिलाफ बोलते हुए रो पड़ी विधायिका (VIDEO)

12/24/2018 7:33:32 PM

गुरुग्राम(मोहित/सतीश): हरियाणा भाजपा में एक बार फिर से बगावत के सुर एक बार फिर सुनाई देने लगे हैं। गुरुग्राम के पटौदी से विधायिका विमला चौधरी ने सीएम मनोहर लाल पर नजरअंदाजी व पक्षपात का आरोप लगाया और इस संबंध में एक प्रेसवार्ता बुलाई। इस दौरान जब विधायिका सीएम के खिलाफ अपनी शिकायत लोगों के सामने रखते हुए फफक-फफक कर रो पड़ी। प्रेसवार्ता में केवल विमला चौधरी ही नहीं बल्कि, गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद ने भी पार्टी की ओर से मिला दर्द बयां किया। यहां विमला चौधरी ने दावा किया कि उनकी बातों का समर्थन हरियाणा के 24 विधायकों ने किया है।



विमला चौधरी का कहना है कि गुरूग्राम में 22 तारीख को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पटौदी विधानसभा में रैली करने पहुंचे थे। इस रैली के आयोजन में उन्हें नहीं बुलाया गया, जिससे उनके बहुत ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा, 'मैं वरिष्ठ, मेहनती और धरती से जुड़ी हुई भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता हूं। मेरे साथ जो अनदेखी करी गई, इसका मैं दिल से दु:ख जाहिर करती हूं।'



उन्होंने कहा, 'हाल ही में प्रधानमंत्री गुरूग्राम आए थे, उस दौरान कॉलेज का शिलान्यास किया गया था, जिसके पत्थर में किसी सांसद का नाम नहीं दिया गया।' उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि हमारे साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है? उन्होंने कहा कि गुरूग्राम के सांसद जब यहां आएंगे तो उनके समक्ष हम अपनी पीड़ा रखेंगे। उनसे एक ही मांग करेंगे कि हमें हाईकमान से मिलाया जाए।



विमला चौधरी ने भरे गले से बोलते हुए कहा कि क्या हरियाणा सरकार में हम उनके टीम के विधायक नहीं हैं? हमें रैली का कोई न्योता नहीं दिया गया, जिससे ऐसा लगता है कि यहां कोई विधायक ही नहीं है। विधायक मौजूद रहे विमला चौधरी के अनुसार हरियाणा के 24 विधायकों ने विमला चौधरी का इस बात को लेकर समर्थन किया है कि भाजपा सरकार में लगातार किसी न किसी रूप में कुछ विधायकों के साथ पक्षपात किया जा रहा है। 



वहीं गुरुग्राम की मेहर खुलकर भाजपा सरकार की इस अनदेखी के बारे में मधु आजाद ने अपना दर्द बताया। उन्होंने कहा, 'मैं गुरुग्राम की मेयर हूं, मगर मुझे खुद ही नहीं पता होता है कि गुरुग्राम में कहां-कहां कौन से काम का शिलान्यास रखा जा रहा है या फिर कौन सा काम पूरा हो गया है क्योंकि गुरुग्राम पर जो अधिकारी हैं वह कोई भी इंफॉर्मेशन मेयर तक नहीं पहुंचाते हैं, खुद ही सारी चीजों को अपने आप तक रखते हैं।'

Shivam