CM की रैली से पहले BJP की फूट सामने आई, पोस्टरों से इन 2 मंत्रियों की फोटो गायब
punjabkesari.in Sunday, May 04, 2025 - 04:41 PM (IST)

फरीदाबाद (अनिल राठी) : हरियाणा के फरीदाबाद में सीएम की रैली को लेकर भाजपा में आपसी मतभेद और फूट खुलकर सामने आ गई है। आज( रविवार) को शाम 5 बजे डबुआ मंडी में सीएम नायब सैनी जन आभार रैली को संबोधित करने के लिए आ रहे है। इस रैली के लिए लगाए गए पोस्टर से हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल और खाद्य मंत्री राजेश नागर का फोटो गायब है।
हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ओल्ड फरीदाबाद से बीजेपी के विधायक है और पहले भी खट्टर सरकार में मंत्री रह चुके है। हरियाणा बड़े नेताओं में उनकी गिनती की जाती है। दूसरे मंत्री राजेश नागर है जिनका फोटो पोस्टर से गायब है, राजेश नागर फरीदाबाद की तिंगाव विधानसभा से विधायक है। राजेश नागर हरियाणा सरकार में खाद्य मंत्री है । दोनों ही मंत्री बीजेपी के सीनियर नेता है।
राजनीतिक संबन्धों में मतभेद
जिन दोनों मंत्रियों के फोटो पोस्टर से गायब हुए है। उनसे राजनीतिक संबन्ध केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से अच्छे नही है। अब पोस्टर पर फोटो गायब होने की बात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल और राजेश नागर दोनों ही एक खेमे से आते है। लेकिन दोनों ही मंत्रियों के केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से राजनीतिक मतभेद है।
पोस्टर में फोटो ना होने चर्चा का विषय
सीएम रैली को लेकर शहर में लगाए गए विधायक सतीश फागना के पोस्टर से फरीदाबाद के दो मंत्रियों के फोटो पोस्टर से गायब होना चर्चा का विषय बना हुआ है। राजनीति से जुड़े लोग इसको आपसी फूट का नतीजा बता रहे है। लोगों का मानना है कि आपस में ना बनने के चलते मंत्रियों के फोटो पोस्टर से गायब हुए है।
एनआईटी MLA के क्षेत्र में रैली
एनआईटी की डबुआ मंडी में सीएम की रैली हो रही है, यहां से बीजेपी के सतीश फागना विधायक है। सतीश फागना कृष्णपाल गुर्जर के खेमे से आते है। सतीश फागना को टिकट दिलाने से लेकर चुनाव जिताने में कृष्णपाल गुर्जर का विशेष योगदान रहा है। सतीश फागना के लगाए गए पोस्टर से भी दोनों मंत्रियों के फोटो गायब है।
जिला अध्यक्ष बोले पार्टी का इंटरनल मामला
पोस्टर से दो मंत्रियों के फोटो गायब होने को लेकर फरीदाबाद बीजेपी के जिला अध्यक्ष पंकज पूजन रामपाल से बात की तो उन्होंने कहा कि ये पार्टी का इंटरनल मामला है। पार्टी संगठन के सामने सभी बाते रखी जा चुकी है।