विधानसभा चुनाव में डेरे पर भाजपा रही प्रभावी!

11/5/2019 12:31:25 PM

सिरसा (ब्यूरो) : डेरा सच्चा सौदा 3 शब्दों का ऐसा एक विवादित, रिकॉर्डधारी नाम जिसका राजनीति संग भी गहरा नाता है। हरियाणा में अभी विधानसभा चुनाव हुए हैं। नतीजे आ चुके हैं। भाजपा को 40 सीटें आई हैं। भाजपा ने जजपा व आजाद विधायकों का सहारा लेकर सरकार का गठन किया है। जजपा को 10 सीटों पर जीत मिली है तो 7 आजाद जीते हैं। कांग्रेस को 31 सीटों पर तथा इनैलो व हलोपा को 1-1 सीट पर जीत मिली है। अब अहम सवाल ये है कि आखिर इन चुनावों में डेरे की क्या भूमिका रही? डेरे का वोट बैंक किसके पाले में गया और उसका क्या इम्पैक्ट रहा? इसी पर आधारित पंजाब केसरी की यह शोध रिपोर्ट :बाबा के बूथ पर भाजपा भारी

डेरे की ओर से इन चुनावों में कोई स्पष्ट एवं खुले तौर पर निर्णय नहीं लिया गया था पर चुनाव से पहले डेरे की नाम चर्चाओं एवं 45 सदस्यीय कमेटी की धड़ाधड़ बैठकें हुईं। अनुयायियों व प्रबंधन समिति में विरोधाभास की झलक देखने को मिली। प्रैशर पॉलिटिक्स का हिस्सा कहें या कुछ और प्रबंधन समिति की ओर से डेरा अनुयायियों को भाजपा के पक्ष में वोट के लिए कहा गया। इस पर कुछ प्रेमी नाराज भी हुए पर सूत्रों की मानें तो चुनाव से एक-दो दिन पहले अधिकांश सीटों पर भाजपा के पक्ष में वोट के लिए अनुयायियों को संदेशा भिजवाया गया। 

वैसे इससे हटकर बात करें तो सिरसा में कुछेक ऐसे बूथ हैं जो पूरी तरह से डेरे के प्रभाव वाले माने जाते हैं। गांव बेगू में बूथ नम्बर 147 और 147 ए. पर डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के अलावा डेरा अनुयायियों के ही वोट हैं। इन बूथों पर चुनावी नतीजों में भाजपा का पलड़ा भारी रहा है। 147 नम्बर बूथ पर भाजपा प्रत्याशी को 331 वोट मिले जबकि कांग्रेस को महज 42,आजाद को 32, हलोपा को 105, जजपा को 1 व नोटा को 16 वोट मिले। इसी प्रकार से बूथ नम्बर 147ए. पर अकेले भाजपा को 263 वोट मिले तो शेष प्रमुख दलों के 4 उम्मीदवारों व नोटा के पक्ष में 123 वोट डले।

इन राज्यों में है डेरे का प्रभाव
डेरे  ने हरियाणा,पंजाब,राजस्थान, उत्तर प्रदेश व हिमाचल प्रदेश 5 राज्यों में सियासी विंग बनाई हुई है। डेरे की ओर से इन पांचों राज्यों में लाखों अनुयायी होने का दावा किया जाता है। हरियाणा में डेरा 35 लाख अनुयायी होने का दावा करता है,पर अतीत के कुछ चुनावी आंकलन को गहराई से देखें तो हरियाणा में करीब 10 सीटों सिरसा, रानियां, फतेहाबाद, टोहाना, रतिया, नरवाना, कलायत,कैथल,कुरुक्षेत्र व पानीपत में डेरा अपना प्रभाव रखता है। इसके अलावा नारायणगढ़, यमुनानगर, बवानीखेड़ा, चरखी दादरी, कोसली व महेंद्रगढ़ जैसे क्षेत्रों में भी डेरे का हलका-सा असर है।

असरकारक सीटों पर ये रहे नतीजे
डेरे की असरकारक सीटों का आंकलन करें तो सिरसा सीट पर हलोपा के गोपाल कांडा विजयी हुए। यहां भाजपा के प्रदीप रातुसरिया को करीब 30,142 वोट मिले। रानियां में निर्दलीय प्रत्याशी रणजीत सिंह विजयी हुए जबकि भाजपा प्रत्याशी रामचंद्र कम्बोज को करीब 20,709 वोट मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई।  फतेहाबाद में भाजपा के दुड़ाराम ने 77,175 वोट हासिल करते हुए जीत हासिल की।टोहाना में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को करीब 48,450 वोट मिले हैं और उन्हें जजपा के देवेंद्र बबली से करीब 52,000 वोटों के अंतर से करारी हार का सामना करना पड़ा। रतिया से भाजपा के लक्ष्मण नामा ने 55,160 वोट प्राप्त करते हुए जीत दर्ज की। नरवाना से भाजपा प्रत्याशी संतोष रानी को करीब 48,886 वोट मिले और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। कलायत से भाजपा की कमलेश ढांडा ने 53,805 वोट हासिल किए तो कैथल से भाजपा के लीलाराम ने 72,664 वोट लेते हुए जीत दर्ज की।

Isha