राज्यसभा की तीनों सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी भाजपा, रणनीति से कांग्रेस हुई सतर्क

3/9/2020 10:40:02 PM

चंडीगढ़ (धरणी): भारतीय जनता पार्टी हरियाणा में राज्यसभा की तीनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। हरियाणा भाजपा की चुनाव कमेटी की बैठक में इस बारे में फैसला किया गया। कमेटी ने उम्मीदवारों का पैनल तैयार किया। अब ये नाम पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा। 

नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में प्रदेश भाजपा चुनाव समिति की बैठक मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई। इसमें प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला,पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह,केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, रतन लाल कटारिया सहित संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट, पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा, कैप्टन अभिमन्यु, ओम प्रकाश धनखड़, राष्ट्रीय सचिव सुधा यादव सहित तीनों प्रदेश महामंत्री भी उपस्थित रहे। इस बैठक में चुनाव समिति ने प्रदेश में राज्यसभा की खाली हो रही तीन सीटों पर प्रत्याशी तय करने के लिए विभिन्न नामों पर चर्चा की। 

सूत्र बताते हैं कि इसमें तीन नामों के पैनल केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे जाएंगे। नाम भेजने का काम मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला करेंगे। प्रत्येक सीट पर जातीय समीकरण के आधार पर तीन नाम तय कर दिए गए हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक चौधरी बीरेंद्र सिंह के इस्तीफे से खाली हो रही सीट पर किसी जाट नेता को चुनाव लड़ाया जाएगा। इनमें कैप्टन अभिमन्यु और ओमप्रकाश धनखड़ का नाम प्रमुख रूप से लिया जा रहा है। एक सीट पार्टी पिछड़ा वर्ग के नेता को दे सकती है।

पार्टी सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा का कार्यकाल पूरा होने से खाली हो रही राज्यसभा की सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के समक्ष भी भाजपा अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी। इसलिए इस बार राज्यसभा का चुनाव रोचक हो सकता है। 90 विधायकों की हरियाणा विधानसभा में एक सीट पर एक प्रत्याशी को कम से कम 30 विधायकों के वोट चाहिए। कांग्रेस के पास इस समय 31 विधायक हैं। पार्टी के एक विधायक बीमार चल रहे हैं। कांग्रेस को निर्दलीय बलराज कुंडू का भी साथ मिल सकता है, क्योंकि वह फिलहाल सरकार से नाराज चल रहे हैं। 

बावजूद इसके भाजपा राज्यसभा की तीनों सीटों पर चुनाव लडऩे में कोई कसर नहीं छोडऩा चाहती। बता दें कि हरियाणा में राज्यसभा सीट के लिए आरके आनंद और सुभाष चंद्रा के बीच हुआ चुनाव काफी चर्चित रहा था।

भाजपा की रणनीति से कांग्रेस हुई सतर्क
राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा की रणनीति से कांग्रेस सतर्क हो गई है। सोमवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलकर उन्हें मौजूदा राजनीतिक हालातों से अवगत कराया। हुड्डा ने हरियाणा से तीन राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव के मद्देनजर सोनिया गांधी से चर्चा की। 

भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति ने रविवार देर सायं राज्यसभा की तीनों सीटों पर प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है। इसके बाद से ही यह माना जा रहा है कि भाजपा पिछली बार की तरह राज्यसभा चुनाव में बड़ा दाव खेलने जा रही है। राज्य में 90 विधायकों में से कांग्रेस के 31 विधायक हैं। इनमें से भी एक विधायक कृष्ण हुड्डा इन दिनों गंभीर बीमारी के चलते बिस्तर पर हैं। ऐसे में राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए बेशक कांग्रेस को 30 विधायकों की जरूरत है। 

इसके अलावा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मनोहर सरकार से समर्थन वापस लेने वाले महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू भी कांग्रेस के संपर्क में हैंं। मगर बावजूद इसके भाजपा ने तीनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला कर कांग्रेस की परेशानी बढ़ा दी है।  राज्यसभा की एक सीट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा का कार्यकाल पूरा होने पर खाली हो रही है। इस सीट पर अब तक यह माना जा रहा था कि पार्टी हाईकमान सैलजा को ही अपना उम्मीदवार बनाएगी, मगर पिछले कुछ दिनों से रोहतक लोकसभा सीट हारने वाले दीपेंद्र हुड्डा ने भी राज्यसभा के लिए अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी। 

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद से दीपेंद्र ने उनके निवास पर शनिवार को मुलाकात भी इसी मुद्दे पर की थी। यह भी माना जा रहा है कि भाजपा राज्यसभा की एक सीट पर कांग्रेस के कुछ विधायकों की क्रॉस वोटिंग करवा सकती है। इसके लिए भाजपा को सिर्फ दो ही कांग्रेस विधायकों का साथ चाहिए। 2018 में हुए राज्यसभा चुनाव में भी भाजपा समर्थित सुभाष चंद्रा इनेलो के आरके आनंद से चर्चित स्याही प्रकरण के चलते जीत गए थे।

Shivam