बीके अस्पताल की व्यवस्थाएं चकाचक, डीसी ने थपथपाई पीएमओ की पीठ

12/7/2019 10:37:52 AM

फरीदाबाद (सुधीर राघव) : प्रदेश में फरीदाबाद की आबादी के हिसाब से बीके अस्पताल का (न्यूट्रिशनल रिहैबिलिटेशन सेंटर) नीकू-पीकू वार्ड नवजातों के उपचार के लिए पर्याप्त नहीं है। कई नवजात ऐसे भी हैं कि जिन्हें उपचार की जरूरत होते हुए भी पर्याप्त बेड व वार्मर नहीं मिलने से रैफर किया जाता है। ऐसे केसों को रोकने और इन नवजातों को फरीदाबाद में ही इलाज मिल सके इसके लिए बल्लभगढ़ सरकारी अस्पताल में नीकू-पीकू वार्ड बनाए जाने के लिए जल्द ही अस्पताल का दौरा किया जाएगा।

जहां नीकू-पीकू वार्ड के लिए जगह तलाशी जाएगी और सरकार से इस संबंध में वार्ड बनाने के लिए बजट मांगा जाएगा।  यह बात वीरवार को फरीदाबाद जिला उपायुक्त अतुल कुमार ने बीके अस्पताल का निरीक्षण करते हुए कही पत्रकारों से कही। उन्होंने अस्पताल की पीएमओ डॉ. सविता यादव से कहा कि इस बार अस्पताल की साफ सफाई में कोई कमी नहीं है। ऐसा ही सफाई पूरे साल रहनी चाहिए। इमरजेंसी में 6 बेड बढऩे से मरीजों को भी फायदा होगा।

डीसी ने सबसे पहले इमरजेंसी वार्ड, ओपीडी गैलरी, टॉयलेट, डेंटल एक्स-रे और नीकू-पीकू  वार्ड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल के आरएमओ डॉ. उपेन्द्र, डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. रामभगत, डिप्टी सीएमओ डॉ. रमेश, डॉ. विनय गुप्ता, डॉ. रचना, डॉ. राजेश धीमन, सुरक्षा कंपनी की सुपरवाइजर किरण समेत अन्य स्टॉफ मौजूद रहा। पत्रकारों के सवाल के जवाब में उपायुक्त अतुल कुमार ने कहा कि जल्द बीके अस्पताल के अल्ट्रासाउंड में वेटिंग बंद करने का प्रयास किया जाएगा।

इसके लिए 24 घंटे अल्ट्रासाउंड उपलब्ध हो सके ऐसी व्यवस्था के निर्देश पीएमओ को दिए गए हैं। वहीं एक्स-रे मशीन के बारे में उन्होंने कहा कि जल्द ही नई मशीन मंगवाई जा रही है ताकि मशीन खराब होने की समस्या से अस्पताल और मरीजों को निजात मिले। वहीं लिफ्ट के लिए भी सही कराने के निर्देश दिए। डीसी ने बताया कि गत दिनों किए गए निरीक्षण के दौरान जिस नर्स को नौकरी से बर्खास्त किया गया था। उसका टर्मिनेशन लेटर वीरवार को तैयार कर दिया गया है। कल से वह नौकरी पर नहीं आएगी। 

बीके अस्पताल में डीसी के दौरे से पूर्व ही अस्पताल स्टॉफ पूरी तरह से साफ सफाई और अन्य कार्यों में लगा रहा। वहीं बीके अस्पताल की मोर्चरी में 12 में से एक डिफ्रिजर खराब पड़ा था। जिसे समय से पूर्व ही सही करवाया गया। आरएमओ डॉ. उपेन्द्र ने बताया कि डिफ्रिजर खराब होने से शवों को रखने में परेशानी आ रही थी। 
 

Isha