अंधविश्वास से गई नवजात की जान, हकीम ने कर दी दो बार सुन्नत

2/28/2019 2:48:24 PM

मेवात(एके बघेल): एक ओर देश दुनिया कम्पूयटर युग में दिनों दिन तरक्की कर रहा है, वहीं मेवात जिले में कुछ लोग आज भी रूढ़ीवादी परम्पराओं का हवाला देकर अंधविश्वास का चोला नहीं उतार पा रहे हैं। निरक्षरता व अज्ञानता की कमी होने के कारण यहां के लोग नीम-हकीमों पर विश्वास करते हैं उससे बात नहीं बनती तो झोलाछाप डॉक्टरों का सहारा ले रहे है। बता दें कि मेवात जिले के पिनगवा खंड के गांव में एक हकीम ने एक माह के सहजान पुत्र साजिद मासूम बच्चे की जान ले ली।

बताया जा रहा है कि हकीम ममरेज 60 वर्षीय ने 15 दिन पहले ही इस बच्चे की सुन्नत की थी,  लेकिन पड़ोस में 27 फरवरी के दिन सुन्नत करने आया, हकीम दोबारा से बच्चे के घर पहुंच गया और बच्चे की सुन्नत में कमी बताई और सुन्नत कर डाली, बच्चे की ब्लीडिंग शुरू हो गई, जिससे हजारों कोशिशों के बाद भी बच्चे की ब्लीडिंग नहीं रुकी, तो बच्चे को तुरंत नजदीक के अस्पताल ले जाया गया।



लेकिन वहां भी सही इलाज नहीं मिला, जिसके बाद रात 9 बजे मेडिकल कॉलेज नल्हड़ लेकर पहुंचे। जहां बच्चे के स्थिति को देखकर डॉक्टरों ने दिल्ली के लिए रैफर कर दिया, लेकिन बच्चे ने दिल्ली पहुंचने से पहले ही आज सुबह पांच बजे दम तोड़ दिया। 

वहीं परिजनों का आरोप है कि घर का कोई भी मौजिज लोग नहीं थे सिर्फ महिलाएं मौजूद थी। हकीम ने जानबूझ कर वारदात को अंजाम दिया है। परिजनों ने कहा कि शरियत में एक बार सुन्नत होती नाकि बार बार। उन्होंने कहा कि इस तरह के ढोंगी हकीमों से सावधान रहें ताकि किसी मां की कोख न उजड़े। फिलहाल पीड़ित परिवार की ओर पुलिस को शिकायत नहीं दी गई है। जिस घर में कुछ दिनों पहले खुशी देखने को मिली वहीं अब उस घर में मातम छाया हुआ है।

Shivam