सिविल अस्पताल में पिछले साल आई थी ब्लड सैपरेटर मशीन, अब तक नहीं हो पाई शुरु

12/11/2019 12:06:44 PM

हिसार (ब्यूरो) : सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में पिछले साल मार्च महीने में ब्लड यूनिट और जरूरी ब्लड कम्पोनैंट मुहैया करवाने के लिए ब्लड सैपरेटर प्लेटलैट्स इनक्यूबेटर एंड एजिटेटर मशीन आई थी। इस मशीन के जरिए मरीजों को प्लेटलैट्स, प्लाजमा, रैड ब्लड सैल और फ्रैश फ्रोजन प्लाजमा यूनिट एक छत के नीचे मिल जानी थी। एक मशीन के न आने के कारण पौने दो साल से ब्लड सैपरेटर मशीन यहां धूल फांक रही है।

सिविल अस्पताल में यह मशीन होने के बावजूद मरीजों को महंगे रेट पर शहर के निजी ब्लड बैंकों से प्लेटलैट्स और प्लाजमा यूनिट लेने पर मजबूर होना पड़ रहा है। अगर मशीन शुरू हो जाती है तो उसका ज्यादा लाभ बी.पी.एल. और अन्य लोगों को होगा। इससे नि:शुल्क और निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को रियायती दरों पर ब्लड कम्पोनैंट मिलेंगे। सबसे ज्यादा फायदा डेंगू, मलेरिया और बुखार के रोगियों को होगा। उनको बीमारी की वजह से प्लेटलैट्स की ज्यादा जरूरत होती है।

इसके लिए सरकारी ब्लड बैंक में प्लेटलैट्स के लिए रियायती कीमत देनी होगी। तीमारदारों और मरीजों को निजी ब्लड बैंक से प्लेटलैट्स लेने पर मोटी कीमत देनी पड़ती है। सिविल अस्पताल में ब्लड सैपरेटर मशीन शुरू होने से रोगी को आवश्यकतानुसार प्लेटलैट्स, प्लाजमा, रैड ब्लड सैल और फ्रोजन प्लाजमा एक छत के नीचे मिलेंगे। मरीजों को निजी ब्लड बैंक में नहीं भागना पड़ेगा। ब्लड सैपरेटर जैसी आधुनिक मशीन के जरिए खून से जरूरी कम्पोनैंट अलग करने शुरू कर दिए हैं। ब्लड बैंक स्टाफ का प्रयास रहता है कि पर्याप्त ब्लड का समुचित इस्तेमाल कर रोगी की जान बचाई जा सके।

Isha