अध्यापकों की कमी होते हुए भी भाई-बहन ने किया स्कूल टॉप

5/25/2018 11:34:50 AM

नूंह मेवात(ऐ के बघेल):  शिक्षा के क्षेत्र में सबसे फिसड्डी नूंह मेवात जिले के हजारों छात्र-छात्राओं को एक बार फिर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के दसवीं के खराब नतीजों की वजह से शर्मसार होना पड़ा है। लेकिन सरकारी स्कूल में ही पढ़ने वाले भाई -बहन ने अपने -अपने स्कूल में टॉप किया है। परिवार के लोगों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पेरेंट्स ने बच्चों को लड्डू खिलाकर और माला पहनाकर खुशी का इजहार किया। वहीं भाई -बहन को स्कूल की तरफ से भी सील्ड देकर सम्मानित किया गया। 

दसवीं के परीक्षा परिणामों में स्कूल में टॉप करने वाली छात्रा मुस्कान की तमन्ना है कि वह आईएएस बनाना चाहती है। मुस्कान ने 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 500 अंक में से 443  अंक प्राप्त किए है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या विद्यालय पिनगवां की 121 छत्राओं ने 10 वीं की बोर्ड की परीक्षा दी थी जिनमे से 55 लड़कियां ही पास हुई। मुस्कान ने अपने स्कूल में टॉप कर स्कूल और क्षेत्र का नाम रोशन किया है।

दादाजी मरहूम अब्दुल करीम हकीम और पिताजी डॉ फखरुद्दीन उनकी तमन्ना है इस परिवार में एक IAS बने इसलिए मैं अपने आईएएस बनना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय अपने पेरेंट्स और अपने टीचरों को देना चाहती हैं जिनकी वजह से मैंने इतने अच्छे अंक प्राप्त किए हैं। स्कूल में टीचरों की बहुत कमी है। इंग्लिश का कोई टीचर नहीं था दिन रात मेहनत लगन से इतने अच्छे अंक प्राप्त किए हैं इसलिए सारा श्रेय टीचर और परिवार को देना चाहती हूं। मुस्कान ने कहा की टीचरों के ना होते हुए भी अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहिए और बेटियों को पढ़ाना चाहिए।

वहीं मुस्कान के बड़े भाई आसमोहम्मद ने भी पिनगवां के सरकारी स्कूल से  12वीं की परीक्षा में  साइंस साइड से टॉप किया है। टीचर ना होने की वजह से क्लास क्लास में प्रथम आया। स्कूल में प्रथम आने पर  स्कूल स्टाफ ने परिवार को बधाई दी है। आसमोहम्मद की तमन्ना है कि वह MBBS डॉक्टर बने और अपने परिवार का नाम रोशन हो। 

पिता फखरुद्दीन ने कहा कि मेरा परिवार स्वतंत्रता सेनानी रहा है परिवार भी अच्छा पढ़ा लिखा है। चार लड़की और दो लड़के हैं पहली बेटी ने 12 वीं  2012 में मेरिट की ,दूसरी बेटी ने 12 वीं 2017 में मेरिट की थी। तीसरी बेटी मुस्कान ने हाल ही में 10वीं की बोर्ड की परीक्षा में अपने स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। तो बेटा आसमोहम्मद ने 12 साइंस साइड से स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि बेटा बेटियों ने गर्व से सीना चौड़ा कर दिया है। उन्होंने सन्देश दिया की बेटियों को तालीम जरूर दिलाए बेटी एक घर को नहीं बल्कि दो घरों को आबाद करती है। फकरुद्दीन ने कहा कि  मालिक ने चाहा तो परिवार की तमन्ना जरूर पूरी होगी। 

जानकारी के मुताबिक नूंह मेवात जिले से इस बार 10467 छात्र - छात्राओं ने दसवीं की परीक्षा दी थी। इसमें 7360 छात्रों में से महज 2694  छात्र पास हुए जिनका प्रतिशत 38.6 रहा तो करीब 3107 लड़कियों में से 1290 लड़कियां ही उतीर्ण हुई। जिनका पास प्रतिशत 41.52 रहा। लड़के-लड़कियों का कुल मिलाकर पास प्रतिशत 38.6 रहा,जो सूबे में सबसे कम पास प्रतिशत रहा है। इस बात से आम जन से लेकर सरकार तक भली भांति जानती है कि अल्पसंख्यक बाहुल्य जिला मेवात तालीम के एतबार से सबसे फिसड्डी है। अध्यापकों की कमी भी किसी से छुपी नही है।
 
 
 

Rakhi Yadav