बजट सत्र: सदन में नई आबकारी नीति पर उठे सवाल, डिप्टी सीएम दुष्यंत बोले- जल्द कानून आएगा
2/25/2020 11:59:03 AM
चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही मंगलवार को प्रशनकाल से 11 बजे शुरू हुई। इस दौरान रोहतक के कांग्रेस विधायक बीबी बत्तरा ने हरियाणा की नई एक्साइज पॉलिसी पर सवार खड़े किए। उन्होंने कहा कि नई पॉलिसी के बाद ऐसी खबरें आ रही हैं कि अब मोहल्ले-मोहल्ले में लोग ठेके खोल लेंगे।
इस पर जवाब देते हुए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि शराब की बोतलें रखने की संख्या हुड्डा सरकार ने बनाई थी। हमने तो इसे और सख्त किया है। हम अगले सप्ताह कानून लाने की तैयारी कर रहे हैं अगर कोई शराब तस्करी करता हुआ पकड़ा गया तो उसे 6 महीने तक गैर जमानती किया जाएगा। जबकि हुड्डा राज में 1 सप्ताह से 15 दिन के अंदर जमानत मिल जाती थी।
रामकुमार गौतम ने उठाया आरक्षण का मामला
नारनौंद से जजपा विधायक रामकुमार गौतम ने कहा कि ईडब्लूएस कैटेगरी बनी है। इस कैटेगरी के तहत महाराष्ट्र और गुजरात ने 5 साल की आयु में छूट दी है। हरियाणा में भी इसकी छूट दी जानी चाहिए। हरियाणा को भी पहल करनी चाहिए। इस पर सीएम ने कहा कि यदि उन्हें जानकारी मिल जाए तो हम भी कर सकते हैं। पहले उनकी आयु की जानकारी मिलनी चाहिए।
गौतम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के शासन में ईबीपीजी कैटेगरी के तहत दिए गए आरक्षण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अभी तक 200 बच्चों ने इस कैटेगरी में नौकरी ज्वाइन नहीं की है। उनका केस हाईकोर्ट में चल रहा है। सरकार को उनकी पैरवी करनी चाहिए और उन्हें नियुक्त पत्र देने चाहिए।
असंध विधायक ने उठाया डॉक्टरों की कमी का मामला
असंध विधायक शमशेर गोगी ने अपने इलाके में डॉक्टरों की कमी का मामला उठाया। इस पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने माना कि प्रदेश ही नहीं देशभर में डॉक्टरों की कमी है। वैसे तो 1 हजार पर 1 डॉक्टर होना चाहिए लेकिन हरियाणा में 1800 पर एक डॉक्टर है। हरियाणा में डॉक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया जारी है। जल्द ही उनका रोहतक में टेस्ट होगा।
विज ने कहा कि किसी भी अस्पताल में डॉक्टरों की सीट खाली होगी तो उस पर तुरंत प्रभाव से सीएमओ अस्थायी नियुक्ति कर सकेंगे। ये नियुक्तियां पैकेज के आधार पर होंगी। एमबीबीएस को 85 हजार रुपये प्रतिमाह और तीन साल का अनुभव रखने वाले विशेषज्ञ डॉक्टर को डेढ़ लाख रुपये प्रति माह दिया जाएगा। अब हरियाणा के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को शथप पत्र देना होगा कि वे पढ़ाई पूरी करने के बाद दो साल तक हरियाणा के अस्पतालों में नौकरी करेंगे। इससे हरियाणा में एक वर्ष में 1600 डॉक्टर मिल जाएंगे।