बसताड़ा टोल प्लाजा फिर से सुर्खियों में, स्थानीय वाहनों से टोल वसूलने की तैयारी(Video)

6/11/2018 8:17:46 PM

घरौंडा(विवेक राणा): नेशनल हाइवे-एक पर बना बसताड़ा टोल प्लाजा एक बार फिर सुर्खियों में है। घरौंडा क्षेत्र को लगभग साढ़े तीन वर्षों तक पूरी तरह से टोल फ्री रखने के बाद सोमा कम्पनी ने स्थानीय वाहनों से भी टोल वसूलने का प्लान तैैैयाार कर रही है। कम्पनी ने फरमान जारी किया है कि अब टोल में लोकल लोगों के लिए भी कोई छूट नहीं हैं। लोकल वाहन चालक 150 रुपए और 300 रुपए में मासिक पास लेना पड़ेगा। टोल कम्पनी के इस ऐलान से दर्जनों गांवो के सैकड़ों वाहन चालकों को झटका लगा है। ऐसा लागू होने पर शहर के लोगों को विधायक, डीसी, एसपी व जिला प्रशासन से मिलने के लिए 150 रुपये की पर्ची कटवानी पड़ेगी। कम्पनी के निर्णय से शहरवासियों में कम्पनी के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा हैं।

टोल कम्पनी के खिलाफ एकजुट हुईं शहर की समाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने नई अनाज मंडी स्थित कम्युनिटी हाल में बैठक कर टोल कम्पनी के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया हैं। समाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि टोल कम्पनी ने अपना निर्णय वापिस नहीं लिया तो उग्र प्रदर्शन करने से भी शहरवासी पीछे नहीं हटेंगे। 



शहरवासियों का कहना है कि साढ़े तीन वर्ष पहले टोल बसताड़ा के पास लगाया गया था। उस समय आस पास के ग्रामीण इलाकों के लिए टोल फ्री कर दिया गया था। लेकिन दो वर्ष बाद ही टोल कम्पनी ने लोकल वाहन चालकों के लिए टोल निर्धारित कर दिए थे। जिसके विरोध में समाजिक संस्थाएं व शहरवासी लामबंद हो गए थे और टोल प्लाजा पर प्रदर्शन किया गया था। जिसके बाद टोल कम्पनी ने लोकल वाहन चालकों के लिए टोल फ्री कर दिया था।

समाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि शहरवासियों को अपने कामों के लिए हर रोज करनाल जाना पड़ता है और कई बार तो एक दिन में कई-कई चक्कर भी लगाने पड़ते है। ऐसे में उनको हर बार टोल पार करने के लिए भारी भरकम टोल देना पड़ेगा। जिससे उनको भारी नुकसान व परेशानी झेलनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि जब टोल साढ़े तीन वर्ष से फ्री है, तो अब किस प्रकार की दिक्कत टोल अधिकारियों को आ गई है। उन्होंने चेताया कि यदि 15 जून तक यह फैसला कम्पनी ने वापिस नही लिया तो उग्र प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा।

घरौंडा क्षेत्र के ग्रामीणों को अपनी शिकायतों व समस्याओं के समाधान को लेकर विधायक हरविंद्र कल्याण से मिलने कुटेल कल्याण फार्म पर जाना पड़ता हैं। चूंकि हरविंद्र कल्याण का निवास टोल के करीब हैं। ऐसे में अगर ग्रामीणों को विधायक से मिलने जाना है तो पहले 150 या 300 रुपए का टोल पास बनवा पड़ेगा। 

Shivam