सी.डब्ल्यू.सी. चेयरमैन को सो-काज का नोटिस जारी

4/27/2018 9:41:07 AM

भिवानी(रविंद्र): भिवानी चाइल्ड वैल्फेयर कमेटी कार्यालय में वीरवार को चेयरमैन पूरा दिन मै बर का इंतजार करते रहे। चेयरमैन के कार्यालय पहुंचने पर भी जब मै बर नहीं पहुंचे तो वे ड्यूटी कितनी सजगता से करते हैं इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। दूर-दराज से काऊंसिलिंग के लिए आए दिन बच्चे इंतजार करते रहते हैं लेकिन मै बर कार्यालय में नहीं पहुंचते। वहीं, उनकी हाजिरी जरूर हर दिन लगती है। मीटिंग लेने पहुंचे सी.डब्ल्यू.सी. चेयरमैन डा. राज सिंह सांगवान ने कहा कि कार्यालय में नहीं आने पर मै बर को सो-काज का नोटिस जारी किया जाएगा। अगर अगली मीटिंग में भी मै बर नहीं पहुंचे तो वे विभाग को कार्रवाई के लिए लिखेंगे।

प्रदेश सरकार ने पीड़ित बच्चों, भीख मांगने वाले या फिर अन्य केस में आए बच्चों के लिए जिला बाल संरक्षण समिति बनाई हुई है जिसके लिए हर जिला स्तर पर कमेटी का गठन कर वहां पर मैंबर नियुक्त किए गए हैं, ताकि वहां पर आने वाले बच्चों की सही से काऊंसिलिंग हो सके। भिवानी में समिति की मैंबर सुनीता यादव, मीना शर्मा व सुमन बजाड़ को नियुक्त किया हुआ है। काफी समय से यहां पर चेयरमैन का पद खाली था। यहां पर चेयरमैन नहीं होने पर 20 अप्रैल को रोहतक सी.डब्ल्यू.सी. चेयरमैन डा. राज सिंह सांगवान को एडिशनल चार्ज सौंपा गया था। उनको यहां पर बुधवार व वीरवार आकर मै बर के साथ मिलकर समिति के समक्ष आने वाले केसों का निपटारा करना था। डा. राज सिंह सांगवान वीरवार को भिवानी कार्यालय में तो पहुंचे लेकिन वे पूरा दिन मै बर का इंतजार करते रहे।

भिवानी आने के बाद उन्होंने संपर्क किया तो एक मैंबर ने तो यह कहते हुए फोन काट दिया कि जरूरी काम के चलते उन्होंने बाहर जान पड़ गया। वहीं, मैंबर सुमन बजाड़ ने सुबह ही फोन कर बेटी का बीमार होने पर छुट्टी पर रहने की बात कही थी। उन्होंने बताया कि तीसरी मैंबर का कोई अता-पता ही नहीं। पूरा दिन इंतजार के बाद वे वापस रोहतक लौट गए। उन्होंने कहा कि मैंबर नहीं आने वे उन्हें सो-काज का नोटिस जारी करेंगे। उसके बाद अगली मीटिंग में भी मैंबर कार्यालय में नहीं पहुंचेंगे तो वे विभाग को उनके खिलाफ लिखित में भेजेंगे। 
 

Rakhi Yadav