सावधान! कहीं आपके ATM पर तो नहीं ठग गिरोह की नजर

8/6/2019 12:23:42 PM

हिसार (राठी): सावधान! आपके ए.टी.एम.पर ठग गिरोह की नजर है। ए.टी.एम.बदल कर कई वारदातें हो चुकी हैं। हर माह साइबर क्राइम की ऐसी शिकायतें आ रही हैं। ठग गिरोह के सदस्य ऑनलाइन शॉपिंग या अन्य जरिए लोगों की जमा पूंजी बैंक खातों से निकाल रहे हैं। पुलिस के पास शिकायतें जरूर पहुंच रही हैं लेकिन अभी इस प्रकार का साइबर क्राइम रोकने की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। 

कैसे करते हैं डाटा चोरी 
पहले प्रदेश में साइबर क्राइम में पकड़े गए कुछ अपराधियों से पूछताछ में सामने आ चुका है कि ठग गिरोह के सदस्य अपने पास एक कार्ड रीडर डिवाइस, टैब व कार्ड राइटर साथ रखते हैं। जैसे ही कोई ए.टी.एम.के अंदर पैसे निकालने का प्रयास करता है तो ये व्यक्ति की सहायता के बहाने कार्ड रीडर से ए.टी.एम.कार्ड को स्वैप कर उसका सारा डाटा अपने कार्ड रीडर में सेव कर लेेते हैं। यही नहीं पिन नम्बर ठग गिरोह के सदस्य देख लेते हैं। 

कैसे होती है कार्ड क्लोनिंग
इसके लिए एक खाली कार्ड लिया जाता है। प्रिंटर के जरिए क्लोन किए गए कार्ड की सारी जानकारी उस कार्ड के ऊपर प्रिंट कर दी जाती है। कई बार  तो हु-ब-हू ओरिजनल कार्ड के जैसा डुप्लीकेट कार्ड तैयार कर लेते हैं। 

यह रखें सावधानियां
ए.टी.एम.में अगर किसी की सहायता लें तो उस पर पूरी नजर रखें।  
यह ध्यान रखें जो कार्ड आपने दिया था वही वापस दिया है या नहीं।  ठ
ए.टी.एम. के अंदर किसी को पिन नम्बर न देखने दें।  ठए.टी.एम. कार्ड में किसी तरह की ब्लॉकेज न हो इसका ध्यान रखें।  ठ्ठकी-बोर्ड पर हाथ रखकर ही डालें पिन नम्बर। 

ए.टी.एम. कार्ड रखना होगा संभाल कर
बैंक उपभोक्ता को अपना ए.टी.एम. कार्ड सुरक्षित रखना होगा। अगर यह ए.टी.एम.कार्ड को दिया तो बैंक खाता खाली हो सकता है। ए.टी.एम.के आसपास ठग गिरोह के लोग सक्रिय रहते हैं जो इस ताक में रहते हैं किस प्रकार से किसी व्यक्ति का कार्ड अपने हाथ में लिया जा सके। ये ऐसे व्यक्ति की तलाश में रहते हैं जिसे कार्ड चलाना नहीं आता। 

Isha