जयप्रकाश के विवादित बयान का मामला, कलायत हलके के 5 गांवों ने लिया ये बड़ा फैसला
punjabkesari.in Monday, Sep 16, 2024 - 10:32 AM (IST)
कैथल (जयपाल रसूलपुर) : महिलाओं पर की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद हिसार से कांग्रेस सांसद जयप्रकाश (जेपी) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। इस पूरे मामले को लेकर जहां महिला आयोग ने नोटिस जारी कर जवाब मांगने की बात कही है, तो वहीं अब कलायत हलके में ढुल गोत्र के पांच गांवों ने आगामी विधानसभा चुनाव में जयप्रकाश का चुनावी बहिष्कार करने का फैसला लिया है।
इसी कड़ी में रविवार शाम को कलायत के गांव सेरधा में ढुल गोत्र के पांच गांवों की महापंचायत बुलाई गई, जिसमें गांव हरसोला, बड़सीकरी, फरीबाद, सेरधा और हरसोला खेड़ी गांव के लोगों ने हिस्सा लिए। पंचायत की अध्यक्षता पूर्व सरपंच प्रकाश ढुल ने की और जयप्रकाश द्वारा महिलाओं के प्रति बोलेंगे विवादित बयान को लेकर उनका बहिष्कार करने का ऐलान किया। जिसमें निर्णय लिया गया कि इन चुनाव में पांचों गांव के लोग जयप्रकाश के बेटे विकास सहारा को वोट नहीं देंगे, इसके साथ ही पंचायत में अनीता ढुल बडसीकरी को समर्थन देने का भी ऐलान किया गया।
वहीं दूसरी तरफ खाप पंचायतों ने उनके उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अखिल भारतीय ढुल खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरपाल सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता इंद्र सिंह पाई और महासचिव मास्टर धर्म सिंह भाणा ने जयप्रकाश की टिप्पणी पर गहरी नाराजगी जताते हुए उनसे सार्वजनिक माफी की मांग की है। खाप पंचायतों ने चेतावनी दी है कि यदि जयप्रकाश माफी नहीं मांगते हैं, तो उनका गांवों में प्रवेश करना मुश्किल कर दिया जाएगा और खाप पंचायतें उनके खिलाफ कड़े विरोध का आयोजन करेंगी। खापों के इस विरोध ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है और कांग्रेस पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
क्या कहा था जयप्रकाश ने?
जयप्रकाश जेपी ने हाल ही में एक बयान में कहा है कि "अगर लिपस्टिक और पाउडर लगाने से वोट मिलते हैं, तो मैं भी लगा लूंगा, मुझे दाढ़ी रखने की क्या जरूरत है। जयप्रकाश की इस टिप्पणी को न केवल अपमानजनक माना जा रहा है बल्कि उनके समाज की महिलाओं की गरिमा के खिलाफ बताया जा रहा है। उनके इस बयान के बाद से ही राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर हंगामा मच गया है।
ढुल गोत्र के पांच गांव की है 22 हजार वोट
कलायत हलके के इन पांच गांव में ढुल गोत्र की लगभग 22 हजार के करीब वोट बताई जा रही हैं। चुनावी बहिष्कार के कारण जयप्रकाश के लड़के विकास सहारा को इसका बड़ा खामयाजा भुगतना पड़ सकता है। बहिष्कार की एक मुस्त 22 हजार वोट विकास सहारन का चुनावी समीकरण बिगड़ सकती हैं। वहीं जिस कैंडिडेट को समर्थन दिया गया है, उसे लाजमी इसका फायदा मिलेगा। इसलिए कलायत विधानसभा क्षेत्र में ढुल गोत्र के वोटर्स अपनी अलग छाप रखते हैं।
कांग्रेस नेता और उनके बेटे विकास के लिए चुनौतीपूर्ण समय
जयप्रकाश कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाते हैं और उनका राजनीतिक रसूख काफी बड़ा है। उनके बेटे विकास इस बार कलायत विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन इस विवाद के बाद कांग्रेस के लिए यह चुनावी अभियान और चुनौतीपूर्ण हो गया है। खाप पंचायतों की नाराजगी और विरोध से जयप्रकाश और उनके बेटे विकास के चुनावी समीकरणों पर असर पड़ सकता है।
विपक्षी दलों ने भी उठाई आवाज
इस विवाद के बाद विपक्षी दल भी जयप्रकाश पर हमला बोल रहे हैं। महिला सम्मान के मुद्दे को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने उनकी कड़ी आलोचना की है और कांग्रेस पार्टी से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। विपक्षी दलों का कहना है कि महिलाओं का इस प्रकार से अपमानित किया जाना किसी भी समाज में स्वीकार्य नहीं है और जयप्रकाश को तुरंत अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए।
आगे की राह नहीं आसान
जयप्रकाश की इस टिप्पणी पर खापों का विरोध और राजनीतिक दलों की आलोचना के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि जयप्रकाश और कांग्रेस पार्टी इस स्थिति से कैसे निपटते हैं। क्या जयप्रकाश सार्वजनिक रूप से माफी मांगेंगे या इस विरोध का सामना करेंगे, यह आगामी चुनावी परिणामों पर गहरा असर डाल सकता है।
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