ट्रिपल मर्डर में बदला अंगीठी से दम घुटने से हुई मौतों का मामला, भिवानी में हुए अपराध का हैरतअंगेज सच

2/6/2023 9:26:17 PM

भिवानी : बीती 27 जनवरी को पत्नी और बेटी के साथ अंगीठी के चलते दम घुटने से हुई सरकारी अध्यापक की मौत मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल यह एक हादसा नहीं था, बल्कि परिवार के तीन सदस्यों को ठिकाने लगाने के लिए की गई साजिश थी। मृतक अध्यापक के भाई ने उसकी प्रॉपर्टी हड़पने के लिए परिवार के तीनों सदस्यों को ठिकाने लगा दिया था। उसने सबसे पहले परिवार के तीनों सदस्यों को जूस में नींद की गोलियां पिलाकर कमरे में लेटा दिया। इसके बाद उसने कमरे में एक अंगीठी रखकर उसमें कोयला जला दिया, जिससे यह लगे कि तीनों की मौत दम घुटने की वजह से हुई है। बता दें कि इस पूरी वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग करने में मृतक के भाई बिजेंद्र के अलावा उसका एक दोस्त भी शामिल था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी बिजेंद्र और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।

 

 

मृतक के भाई की गाड़ी में मिली राख ने बदली पुलिस की जांच की दिशा

मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि शुरुआती जांच व फोरेंसिक रिपोर्ट से यही लग रहा था कि टीचर व उसके पूरे परिवार की मौत अंगीठी जलाकर सोने से हुई है। वहीं मृतक परिवार के पड़ोसियों ने उस रात उस घर से किसी के कूद कर जाने की बात पुलिस को बताई थी। यह जानकारी के मिलने के बाद यह मामला संदेह के घेरे में आया था। एसपी ने बताया कि पुलिस जांच में यह बात सामने आई थी कि पूरे जिले में ऐसी अंगीठी कहीं नहीं मिलती। फिर संदेह के आधार पर मृतक के भाई बिजेन्द्र की गाड़ी खंगाली तो उसमें थोड़ी राख मिली थी। इसके बाद उसे काबू कर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया था। 

 

 

पहले तीनों को जूस में पिलाई थी नींद की गोलियां, फिर कमरे में जलाई थी अंगीठी

एसपी अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपी बिजेंद्र आपराधिक किस्म का है, जो पहले भी कई बार लड़ाई झगड़े में शामिल रह चुका है। उन्होंने बताया कि बिजेन्द्र अपने भाई की प्रॉपर्टी हड़पने के लिए उसके पूरे परिवार को खत्म करने की काफी समय से प्लानिंग कर रहा था। उसने पहले अपने भाई के परिवार को जहर देकर घर में आग लगाने का प्लान बनाया था। इस बीच उसने सर्दी के समय अंगीठी से दम घुटकर होने वाली मौतों की खबर देखने के बाद अपने प्लान में बदलाव किया। उसने अपने भाई, भाभी व भतीजी को जूस में नींद की बहुत सारी गोलियां डालकर पिलाया। फिर सभी को एक कमरे में बेड पर सुला दिया और दो रोज़ पहले खुद के द्वारा गुरुग्राम से खरीद कर लाई गई अंगीठी में बहुत कोयला डाल कर उसे जला दिया। नींद की गोलियों की ओवरडोज के चलते तीनों की मौत हो गई थी। इस पूरी प्लानिंग में हत्यारे बिजेन्द्र के साथी प्रदीप ने भी उसका साथ दिया था। फिलहाल पुलिस ने दोनों को पांच दिन के रिमांड पर लिया है, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।

 

 

मृतका के पिता ने पुलिस को बताई थी अहम बात, हत्या का जताया था शक

गौरतलब है कि 27 जनवरी को शहर की नई बस्ती में 45 वर्षीय सरकारी अध्यापक जितेन्द्र, उसकी पत्नी सुशीला व उनकी इकलौती बेटी 15 वर्षीय हिमानी के शव घर के अंदर मिल थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के दो दरवाजे तोड़कर घर का निरीक्षण करने पर पाया था कि तीनों के शव बेड पर पड़े हुए हैं। पुलिस को बेडरूम में एक अंगीठी भी मिली थी। प्रारंभिक जांच में पुलिस को लगा था कि तीनों की मौत का कारण अंगीठी जलाकर सोने से दम घुटना माना गया था। वहीं मृतका सुशीला के पिता ने पुलिस को बताया था कि वे हर दूसरे-तीसरे दिन यहां अपनी बेटी से मिलने आते हैं। अंतिम बार जब वे यहां आए थे, तो यहां कोई अंगीठी नहीं थी। उन्होंने तीनों की हत्या होने का अंदेशा जताया था। इसके बाद ही पुलिस ने अपनी जांच की दिशा बदलते हुए जांच की और अंगीठी से दुम घुटकर हुई हत्या का मामला ट्रिपल मर्डर में तब्दील हो गया है।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan