बिना डकार लिए सरकारी पैसे को हजम करने के मामलों का हुआ खुलासा, करीब 100 अधिकारी-कर्मचारी  पाए गए संलिप्त

5/26/2022 7:27:55 PM

चंडीगढ़(धरणी): "बर्बाद गुलिस्तां करने को बस एक ही उल्लू काफी है, हर शाख पे उल्लू बैठें हैं, अंजाम ऐ गुलिस्तां क्या होगा" जी हां, अगर किसी विभाग में नीचे से ऊपर तक के सभी अधिकतर कर्मचारी और अधिकारी भ्रष्टाचार में व्याप्त पाए जाएं तो सोचिए कि विभाग की हालत क्या होगी। ऐसा ही कुछ नजारा विकास एवं पंचायत मंत्री के आदेशों पर विजिलेंस द्वारा जांच के बाद सामने आया।

मामला पलवल से संबंधित था। जिसकी शिकायत आने पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने मामले की जांच विजिलेंस को सौंपी थी। जांच की रिपोर्ट में पाया गया कि सरकारी पैसे का पूरी तरह से दुरुपयोग किया गया है। विकास के लिए दिए गए पैसे धरातल पर कार्य करने की बजाय बिना डकार लिए हजम कर लिए गए। अपनी जेबे भरकर पूरी तरह से अनियमितताएं बरती गई है।

इस मामले में बबली पूरी तरह से गंभीर और सख्त मिजाज में नजर आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के गाढ़े खून-पसीने की कमाई को इस तरह से हजम नहीं करने दिया जाएगा। यह पैसा संबंधित लिप्त अधिकारी और कर्मचारियों के हाजमे को खराब कर देगा। ना केवल इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई के आदेश मंत्री द्वारा दिए गए हैं, इसके साथ-साथ इन लोगों से रिकवरी करने के भी जारी किए गए हैं।

मंत्री ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, जिला स्तर के लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही का किया अनुरोध

इस गंभीर मसले पर पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने बताया कि मामले की जांच में गई विजिलेंस टीम के अधिकारियों को इन लोगों ने सहयोग नहीं किया था। इन्होंने संबंधित दस्तावेज छुपाने के प्रयास किए थे। दर्ज एफआईआर के आधार पर सभी ब्लॉक के कुछ कामों की जांच मैंने करवाई है। जिसमें बहुत से मामलों में ग्राउंड पर एक पैसा भी नहीं लगाया गया। जबकि पैसा पास भी हो गया और निकल भी गया।

कुछ सड़कें बनाई जानी थी, लेकिन बिना बनाए ही पैसे निकल गए। यह सभी चीजें साबित भी हो चुकी हैं। मौके पर जाकर जांच में यही पाया गया। जबकि कुछ मामलों में 40 से 60 फ़ीसदी तक भ्रष्टाचार किया गया है। ऐसे भ्रष्ट अधिकारी- कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के आदेश जारी कर दिए गए हैं। बबली के अनुसार ऐसे 1-2-10-20 नहीं बल्कि 100 अधिकारी-कर्मचारी पाए गए हैं। जिसमें जिला लेवल से लेकर ग्राम सचिव, जेई, एसडीओ, बीडीपीओ मिले हुए हैं। प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री ने जिला लेवल के अधिकारियों की मिलीभगत और लापरवाही के लिए उन्हें कसूरवार ठहराते हुए प्रदेश केे प्रदेश के मुख्यमंत्री को सख्त कार्यवाही करने के लिए भी लिखा है।

सबूतों सहित आई शिकायतों की जांच भी होगी और कार्रवाई भी होगी : बबली

इस मामले संबंधी जानकारी देते हुए विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने बताया कि उन्हें शिकायतों या अखबारों के माध्यम से जो भी इस प्रकार के मामले मिलते हैं, वह तुरंत प्रभाव से जांच के आदेश देते हैं। लेकिन इन लोगों के बचाव के लिए अभी तक एक भी सिंगल फोन नहीं आया है और आया भी तो कभी दबाव में काम नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है, वह उन्हें ईमानदारी से निभाएंगे।

विकास के मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। ग्राउंड पर पैसा लगाने के लिए भेजा गया, वह लगना चाहिए। सबूतों के साथ आई शिकायतों की जांच भी होगी और इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी। उन्होंने कहा कि यह एक लुटेरा गिरोह बना हुआ है। इन लोगों की कोई जात- पात या क्लास नहीं होती। पूरे प्रदेश को यह लोग लूटने में लगे हुए हैं। 10 फ़ीसदी लोग कुर्सियों पर बैठकर प्रदेश को लूट रहे हैं और बाकी 90 फ़ीसदी ईमानदार लोग भी इन लोगों को देखकर कहीं ना कहीं भ्रमित हो सकते हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को धरातल पर ले जाना इन लोगों की ड्यूटी बनती है और इन्हें अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करनी होगी। मूलभूत सुविधाएं प्रदेश के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंचाना प्रदेश के मुख्यमंत्री का विजन है और मुख्यमंत्री का स्वप्न पूरा करना हमारा दायित्व है। इसलिए हम अपनी ड्यूटी पर डटे हुए हैं। गलत काम करने वाले को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और सही काम करने वाले को घबराने की जरूरत नहीं है।

 

Content Writer

Vivek Rai