ASI सुसाइड मामला: CBI ने हरियाणा के 10 पुलिसकर्मियों पर किया केस दर्ज

12/5/2017 11:34:40 AM

गुरुग्राम (ब्यूरो): पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सी.बी.आई. को फरीदाबाद व गुरुग्राम में तैनात 10 पुलिसकर्मियों पर मुकद्दमा दर्ज करने का आदेश दिया है। सी.बी.आई. ने ट्रैफिक विभाग के पूर्व डी.सी.पी. विनोद कौशिक सहित विजीलैंस विभाग की डी.सी.पी. सत्या व डी.सी.पी. आत्मा राम के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। पूरा मामला 28 अप्रैल, 2016 से 2 मई, 2016 के बीच बताया जाता है। 

गुरुग्राम के सदर थाने में तैनात एएसआई महावीर सिंह ने 28 अप्रैल 2016 को आगरा नहर के किनारे जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। एएसआई के व्हाट्सएप में छह पेज का सुसाइड नोट भी मिला था। बाद में यह सुसाइड नोट घर की अलमारी में भी मिल गया था। एएसआई ने अपने सुसाइड नोट में गुरुग्राम में तत्कालीन डीसीपी ट्रैफिक विनोद कौशिक, तत्कालीन डीएसपी विजिलेंस सत्या, डीएसपी आत्माराम के अलावा तत्कालीन एसएचओ जगदीश प्रसाद, एसएचओ हरदीप हुड्डा, एसएचओ बाबू लाल, अकाउंटेंट पवन, मुंशी कुलवंत, एएसआई विकास, विकास का छोटा भाई विजय को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था।

सुसाइड नोट के मुताबिक इंस्पैक्टर जगदीश उस वक्त सैक्टर-39 गुरुग्राम में एस.एच.ओ. के पद पर था। बताया जाता है कि महावीर के नाम एक लूट मामले की फाइल मार्क की गई थी, जिसमें आरोपी की जमानत हो गई थी। वह फाइल जमानत होने के बाद महावीर को दी गई थी। आरोपी की फाइल में महावीर से दबाव डालकर सिग्नेचर करवाने का भी आरोप है। महावीर को बाद में पता चला था कि साजिश की गई थी। सारा मामला रफा-दफा करवाने के एवज में घूस मांगी गई थी। उस वक्त के डी.सी.पी. विनोद कौशिक से शिकायत करने के बाद भी उन्होंने महावीर की बात नहीं सुनी थी। बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद सी.बी.आई. ने मामला दर्ज किया है।