परिवार के 183 सदस्यों के साथ मनाया 100वां जन्मदिन, कभी नहीं लगी कोई बीमारी

3/9/2020 7:20:06 PM

कुरुक्षेत्र/ कैथल (रणदीप रोड़): 'देशां म्ह देश हरियाणा, जित दूध दही का खाणा'... यह पंक्तियां हरियाणा प्रदेश के लिए यूं ही नहीं बनी। हरियाणा का खान-पान वाकई में ऐसा है, जिसकी तारीफ तो हर कोई करता है। इसी प्रदेश से कई ओलंपियन पहलवान निकले हैं, जिन्होंने देश का नाम रोशन किया है। यही नहीं देश में उम्रदराज लोग यदि कहीं मिलेंगे तो वह हरियाणा प्रदेश ही है, जिसका एक उदाहरण कैथल के रहने वाले रामकिशन हैं, जिन्होंने अपना 100वां जन्मदिन परिवार के 183 लोगों के साथ केक काटकर मनाया।

कैथल जिले के कौल गांव के रहने वाले रामकिशन आज भी स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। किसी तरह की कोई बीमारी उनको नहीं है। 183 लोगों के जंबो कुनबे के मुखिया रामकिशन ने बाकायदा केक काटकर अपना 100वां बर्थडे मनाया किया। लंबी उम्र का राज बताते हुए रामकिशन कहा कि उन्होंने हमेशा प्रकृति के नियमों का पालन करते हुए जीवन जिया है - सादा खाना, सादा रहना और भगवान का स्मरण करना। रामकिशन का मूल मंत्र रहा है नीचे देखो ऊंचा बैठो। 

ऐसे समाज में जहां करीब 60 साल की उम्र को ही इंसान पूरी उम्र मानकर चलता है। वहां रामकिशन जैसे 100 साल की उम्र तक स्वस्थ जीवन जीने वाले विरले ही मिलते हैं। रामकिशन के जीवन से बहुत कुछ सीखने और आगे बढऩे के मिलता है। जिन्होंने करीब पांच दशक तक चौधरी देवीलाल के परिवार के साथ राजनीति की।  आज भी उनके पोते देवीलाल के परिवार के साथ ही राजनीति करते हैं।

रामकिशन के कई बेटे जिला परिषद ब्लॉक समिति सरपंच के पदों पर सुशोभित रहे और उनका एक बेटा पुंडरी से विधायक भी रह चुका है। रामकिशन ने जमाना बदलते विकास की पटरी को आगे बढ़ते हुए अपनी आंखों से देखा है। बीते दिनों को याद करते हुए रामकिशन ने बताया कि उन्हें आज भी याद है गांव में जब पहली बार साइकिल आई थी और उसने खुद पहली बार कार खरीदी थी। 

रामकिशन राजनीति के गिरते स्तर से बहुत दुखी है वह कहते हैं कि पहले नेता लोगों की जुबान हुआ करती थी, जो कह दिया सो कह दिया लेकिन आज राजनीति में कोई आधार नहीं है। रामकिशन को आज भी याद है किस तरह से कोरोना जैसी महामारी पहले भी कई बार लोगों को अपनी चपेट में लेती रही है, लेकिन लोग उन महामारियों से लड़ कर आगे बढ़ते रहे।

Shivam