प्रदूषण के नाम पर ई-रिक्शा चालकों से काटे जा रहे 7 हजार रूपये के चालान

7/19/2018 5:20:41 PM

फरीदाबाद(अनिल राठी): एक तरफ भाजपा सरकार ई- रिक्शा चलाकर प्रदूषण कम करने की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ इसी सरकार के फरीदाबाद ट्रैफिक पुलिसकर्मी ई-रिक्शा चालकों के बिना वजह बताए प्रदूषण के नाम पर 7-7 हजार रूपये के चालान काट रहे हैं। पुलिस की कार्यप्रणाली से परेशान रोजी रोटी कमाने वाले गरीब मजदूर इसकी वजह पूछने के लिये केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यालय पहुंचे। जहां से उन्हें पुलिस कर्मियों ने धक्का मारकर भगा दिया। 

देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदूषण को कम करने के लिए और बेरोजगारों को रोजगार देने की भावना से देश के कोने-कोने में ई रिक्शा वितरित कर चलाने का आह्वान किया था। मगर आज ऐसे चालान काटे जा रहे है। इतना ही नहीं अपने हक की बात पूछने पर पुलिसकर्मियों ने अपने फोन से विडियो और कुछ चालकों के नाम भी दर्ज किये, फिर उन्हें डराते-धमकाते हुए नजर आये। 

ई- रिक्शा चालकों की माने तो वह कई सालों से शहर के अंदर रिक्शा चला रहे है। वह कभी हाईवे पर रिक्शा नहीं चलाते, इससे पहले कभी भी ट्रैफिक पुलिस ने परेशान नहीं किया। क्योंकि उनके रिक्शा न तो प्रदूषण फैलाते हैं और नहीं लापरवाही से तेज गति में दौडते हैं। मगर पिछले कुछ दिन ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने सैंकडों रिक्शों को जब्त कर लिया और दर्जनों चालकों के  7-7 हजार रूपये के चालान काट लिए। 

चालकों का कहना है कि वो रोजाना इन्हीं रिक्शों से अपने परिवार का पेट पालते है। अगर पुलिस उन्हें बिना वजह से ऐसे परेशान करेगी तो वह भूखे मर जायेंगे। अगर पुलिस उनसे टैक्स लेना चाहती है तो वह दिल्ली की तर्ज पर नगर निगम को टैक्स भी देने के लिये तैयार है।
 

Rakhi Yadav