हरियाणा में बनेगा विश्व का पहला हर्बल फॉरेस्ट

1/18/2017 6:29:13 PM

चंडीगढ़:हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वातावरण एवं जैव विविधता के अनुकूल मोरनी की पहाडिय़ों में अपनी तरह का दुनिया का पहला वर्ल्ड हर्बल फॉरेस्ट विकसित किया जाएगा। इस संबंध में बुधवार को चंडीगढ़ में हरियाणा सरकार, वन विभाग तथा पतंजलि अनुसंधान संस्थान हरिद्वार के मध्य एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए। हरियाणा सरकार की ओर से वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आर आर जोवल तथा पतंजलि अनुसंधान संस्थान, हरिद्वार के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। इसके निर्माण से प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म, को भी बढ़ावा मिलेगा। 

इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह हर्बल फॉरेस्ट दुनियाभर के आयुर्वेद से संबंधित डॉक्टर्स एवं वैज्ञानिकों के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म सिद्ध होगा। जहां वे भ्रमण कर औषधीय पौधों की जानकारी प्राप्त कर अनुसंधान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मोरनी क्षेत्र की पूरी भूमि यथावत संबंधित लोगों या वन विभाग के स्वामीत्व एवं अधिकार क्षेत्र में रहेगी। इस भूमि पर वर्तमान में लगे पौधों के संरक्षण के साथ-साथ देश में पाये जाने वाले करीब 25 हजार औषधीय पेड़ों, पौधों, लताओं तथा हर्बस को लगाया जाएगा। इस प्रकार से विभिन्न पौधों को लगाने के लिए वन को विभिन्न क्षेत्रों में विभाजित किया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि करीब 53 हजार एकड़ भूमि पर विकसित किये जा रहे इस फॉरेस्ट के लिए पतंजलि अनुसंधान संस्थान नि:शुल्क परामर्शदाता के तौर पर कार्य करेगा। इसके लिए वे पौधों की पहचान, पौधारोपण के लिए उपयुक्त क्षेत्र का चुनाव तथा वैज्ञानिक सहायता प्राप्त करवाएगा। इसके उपरान्त पतंजलि अनुसंधान संस्थान की सहायता से वन विभाग द्वारा वनस्पति एवं वासस्थल का नक्शा बनाने, पौधों की प्रजातियां की सूची बनाने, क्षेत्रवार मिट्टी  परीक्षण करना, मॉडल तैयार करना तथा खरपतवार को नष्ट  करने की प्रक्रियाओं पर कार्य योजना तैयार की जाएगी।

इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि वे इस फॉरेस्ट से कोई आर्थिक या व्यवसायिक लाभ नही लेंगे बल्कि उनका उद्देश्य समाज सेवा के लिए उनके द्वारा बनाये गये पौधों के विश्वकोश को धरातल पर उतारना है। उन्होंने कहा कि वे वर्तमान स्थिति में पड़े सामान्य जंगल को विशेष जंगल बनाने का प्रयास करेंगे। आपके प्रदेश में विकसित किया जा रहा यह फॉरेस्ट दुनिया का पहला हर्बल फॉरेस्ट होगा। इस फॉरेस्ट को सही दिशा और दशा प्रदान करने के लिए उनके वैज्ञानिकों की टीम का पूरा सहयोग दिया जाएगा ताकि इस परियोजना में कोई कमी न रहे। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा फॉरेस्ट क्षेत्र में बनाये जाने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर के हर्बल प्रदर्शन केन्द्र में वे पूरा सहयोग देंगे, जिसमें देश में पायी जाने वाली अधिकतर किस्मों के पौधों का रोपण किया जाएगा। 

इसके अलावा पतंजलि अनुसंधान केन्द्र खाली जगहों पर औषधीय पौधों को लगाने, खरपतवार को साफ करने तथा चिकित्सा अनुसंधान के लिए आने वाले वैज्ञानिकों एवं विद्यार्थियों के लिए समुचित माहौल तैयार करने में भी सहयोग देंगे। लोगों की सुविधा के लिए फॉरेस्ट में एक चिकित्सा केन्द्र भी स्थापित करने का विचार है, जहां लोगों का प्राकृतिक तरीकों से उपचार किया जाएगा।