सिख समाज से जुड़े संतों को सम्मानित करेगी हरियाणा सरकार

2/14/2017 5:43:10 PM

चंडीगढ़ (उमंग श्योराण):हरियाणा के मुख्य संसदीय सचिव बख्शीश सिंह विर्क ने बताया कि सिख समाज से जुड़े संतों को जल्द ही मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाएगा। वे मंगलवार को हरियाणा सिविल सचिवालय चंडीगढ़ स्थित अपने कार्यालय में मीडिया के सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि जो संत प्रमुख किन्हीं कारणों से दशम गुरु गुरु गोबिन्द सिंह जी के 350वें प्रकाशोत्सव समागम करनाल में नहीं पहुंच सके थे। उनको मुख्यमंत्री द्वारा अपने चंडीगढ़ आवास में आमंत्रित करके सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा जो संत चंडीगढ़ भी नहीं आ पाएंगे, उन्हें हरियाणा के मंत्री स्वयं उनके घर जाकर सम्मानित करेंगे।

मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि इससे पूर्व हरियाणा में किसी भी राज्य सरकार ने सिख गुरूओं को इतना सम्मान नहीं दिया जितना वर्तमान सरकार ने दिया है। उन्होंने बताया कि गुरू गोबिंद सिंह ने जुर्म के खिलाफ लड़ाई लड़ी और समाज के हित के लिए बलिदान दिया।  दशम गुरु गुरु गोबिन्द सिंह जी के प्रकाशोत्सव पर पटना साहिब के बाद देश में सबसे बड़ा समागम हरियाणा के करनाल में हुआ है जो कि प्रदेश के लिए गौरव की बात है। उन्होंने समागम में आए संत समाज के सभी लोगों व अन्य श्रद्धालुओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सिख गुरुओं के नाम अनेक घोषणाएं करके सिख समाज का दिल जीत लिया है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में एक विश्वविद्यालय का नाम गुरु गोबिन्द सिंह जी के नाम पर रखा जाएगा। इसके अलावा लखनौर साहिब में माता गुजरी देवी के नाम वीएलडीए कालेज, अंबाला मानव चौक से लखनौर साहिब तक सड़क का नाम माता गुजरी देवी, सोनीपत जिले के बड़ खालसा में गुरु तेग बहादुर के हमशक्ल मुगल सेना को भाई जैता सिंह अपना शीश न्यौछावर करने की घोषणा करने वाले कुशल सिंह दहिया की प्रतिमा स्थापित करने, असन्ध में बाबा फतेह सिंह के नाम एक महाविद्यालय खोलने, जीटी रोड़ पर अंबाला में अमृतसर व चंडीगढ़ की ओर जाने वाले तिराहे पर सिख संग्रालय खोलने, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 73 के नाडा साहिब से कपालमोचन मार्ग को श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के नाम रखने, अंबाला की श्री गुरु गोबिन्द पुस्तकालय का कायाकल्प करवाने के अलावा सिख गुरूओं के नाम पर कई घोषणाएं की गई है।