डेरे की गाड़ियों में मिले सामान की गलत जानकारी देने वाले पुलिसकर्मियों पर चार्जर्शीट

1/13/2019 4:42:46 PM

ब्यूरो: डेरा सच्चा सौदा की दो जिप्सियों से बरामद सामान की सही जानकारी न देने पर इंस्पेक्टर रणबीर सिंह व एएसआई रमेश को चार्चशीट कर जांच बैठा गई है। जिप्सियां 26 अगस्त 2017 को कैथल के रसूलपुर गामड़ी से बरामद हुई थी।

इससे एक दिन पहले डेरा मुखी को दोषी ठहराया गया था। उस दिन गांव के ही किसी व्यक्ति ने इन जिप्सियों की वीडियो बनाकर पुलिस को भेजी थी। जिसमें अंदेशा था कि जिप्सियों में डेरे के हथियार हो सकते हैं। सीवन थाने के तत्कालीन एसएचओ रणबीर सिंह (अब करनाल में तैनात है) , एएसआई रमेश व टीम गांव पंहुची था। एफआईआर में दिखाया था कि डेरे की जिप्सियों के डेश बोर्ड से 3 कारतूस बरामद हुए। एफआईआर में गाड़ी से सूटकेस मिलने का जिक्र किया, लेकिन उनमें क्या मिला था, यह नहीं लिखा । इससे यह मालखाने में जमा नहीं हुआ। बाद में कोर्ट में पेश चालान में एक सूटकेस में गाड़ी की टूल किट और दूसरे में बम निरोधक सामान की बरामदगी दिखाई।

बता दें कि एफआईआर में दिखाया था कि गली में खड़ी एक जिप्सी से गुरप्रीत व दूसरी से जितेंद्र कहीं जाने वाले थे। जबकि किसी ने मौके की वीडियो वायरल की थी। बाद में पुलिस ने वीडियोंग्राफी कराई। रसूलपुरके जयपाल ने आरटीआई से पुलिस की वीडियोंग्राफी हासिल की। जिसमें दिख रहा है कि जिप्सी गली की बजाय आरोपी के घर बाहर खड़ी थी। पुलिस ने जो बैग जिप्सी से बरामद दिखाया वह आरोपी के घर में बैड से

Deepak Paul