सावधान: कैथल के बैंकों से गायब हो रहे चैक, एडिटिंग कर करवाए जा रहे पास
punjabkesari.in Sunday, May 04, 2025 - 07:56 AM (IST)

कैथल : कैथल में अब बैंक और बैंक से जुड़े कामकाज भी सुरक्षित नहीं रहे हैं। धोखाधड़ी के 2 ऐसे गंभीर मामले सामने आए हैं, जिनमें बैंक कर्मचारियों की लापरवाही या मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। एक मामला सिविल लाइन थाने में दर्ज हुआ है, जबकि दूसरे की शिकायत सिटी थाना पुलिस को दी गई है। दोनों ही मामलों में पुलिस गहन जांच कर रही है।
पहले मामले में खुराना रोड निवासी राजकर्ण ने सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनका खाता अंबाला रोड स्थित यूनियन बैंक में है। उन्हें दीपक नामक व्यक्ति से 4 लाख रुपए का एक चैक मिला था, जिसे उन्होंने 30 अप्रैल को दोपहर 12 से 1 बजे के बीच बैंक के चैक ड्रॉप बॉक्स में डाला था। चौंकाने वाली बात यह है कि किसी ने उनके चैक को बॉक्स से निकालकर ब्लेड से चैक से क्रॉस हटा दिया और 1 मई को एच.डी.एफ.सी. बैंक से किसी अन्य राजकर्ण पुत्र कर्म सिंह के नाम पर पेमैंट करवा दी। जब राजकर्ण ने बैंक प्रबंधक से बात की तो उन्होंने बताया कि उनका चैक तो क्लीयर हो चुका है, जबकि उनके खाते में कोई राशि नहीं आई थी। बैंक प्रबंधक का गैर-जिम्मेदाराना रवैया भी सामने आया, जिसने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि वह कुछ नहीं कर सकते। राजकर्ण ने चैक बॉक्स से चैक निकालकर दूसरे बैंक से किसी और व्यक्ति द्वारा राशि निकलवाने को गंभीर धोखाधड़ी बताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
वहीं दूसरे मामले में पंजाब नैशनल बैंक, करनाल रोड के मैनेजर पंकज बखेतिया ने सिविल लाइन थाने में अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है। बैंक मैनेजर के अनुसार, अमरजीत छाबड़ा फर्म के 3 अलग-अलग चैक, जिनकी कुल राशि करीब 25 लाख रुपए (10 लाख, 8.50 लाख और 6.50 लाख रुपए) थी, उनके मुंशी द्वारा बैंक में जमा करवाए गए थे। कुछ समय बाद एक व्यक्ति बैंक आया और खुद को अमरजीत छाबड़ा के कार्यालय से बताकर तीनों चैक वापस ले गया। बाद में जब संबंधित लोगों तक चैक की राशि नहीं पहुंची तो उन्होंने अमरजीत छाबड़ा से संपर्क किया, जिन्होंने बैंक से जानकारी ली। बैंक कर्मचारियों ने बताया कि उनके कार्यालय से आया कोई व्यक्ति चैक वापस ले गया है। इसके बाद उन चैकों को रुकवा दिया गया।
बताया जा रहा है कि इसके बाद वही व्यक्ति दोबारा बैंक आया और 6.50 लाख रुपए के चैक की राशि को बदलकर 4.50 लाख रुपए करवाकर पास करवाना चाहता था, लेकिन चैक क्लीयरैंस पर रोक लगी होने के कारण वह राशि पास नहीं हो सकी। इसी दौरान आरोपी बैंक से फरार हो गया। सिविल लाइन एस.एच.ओ. शिव कुमार शर्मा ने बताया कि बैंक मैनेजर पंकज की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इन दोनों मामलों ने कैथल के बैंकों में चैक की सुरक्षा और बैंक कर्मचारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस को इन मामलों की तह तक जाकर दोषियों को पकड़ना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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