पंजाब को हरियाणा के लिए छोड़ देना चाहिए चंडीगढ़: मुख्यमंत्री मनोहर

7/10/2018 11:59:47 PM

चंडीगढ़ (धरणी): मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चण्डीगढ़ पर हरियाणा का दावा करते हुए कहा कि पंजाब नया-चण्डीगढ़ बसा रहा है और पंजाब को नया-चण्डीगढ़ को अपनी राजधानी बना लेना चाहिए तथा चण्डीगढ़ को हरियाणा के लिए छोड़ देना चाहिए।  मुख्यमंत्री ने यह बात मंगलवार को चण्डीगढ में  एक कार्यक्रम के दौरान ट्राई-सिटी अर्थात पंचकूला-चण्डीगढ- एसएएस नगर/मोहाली के योजनागत ढांचागत विकास को लेकर बुलाई गई पैनल चर्चा में कही।



इस मौके पर चण्ड़ीगढ के प्रशासक बीपी बदनौर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्द्र सिंह और हरियाणा सुशासन सुधार प्राधिकरण के पूर्व चेयरमैन व सामाजिक क्षेत्र में कार्यरत प्रो. प्रमोद कुमार ने भी ट्राईसिटी के योजनागत ढांचागत विकास तथा अन्य मुद़्दों के समाधान के संबंध में अपने-अपने विचार रखें।

मुख्यमंत्री ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यह मंच ट्राईसिटी के योजनागत विकास की चर्चा के लिए बुलाया गया था, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्द्र सिंह द्वारा ट्राईसिटी के विकास के मुददे पर चर्चा न शुरू करके चण्डीगढ़ के विषय पर अपनी बात रखी गई, जिस पर उन्होंने कहा कि इस पर उन्हें अपना जवाब देना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चण्डीगढ़ पर हरियाणा का दावा करते हुए कहा कि पंजाब नया-चण्डीगढ़ बसा रहा है और पंजाब को नया-चण्डीगढ़ को अपनी राजधानी बना लेना चाहिए तथा चण्डीगढ़ को हरियाणा के लिए छोड़ देना चाहिए। 



उन्होंने कहा कि पंचकूला-चण्डीगढ़-एसएएस नगर/मोहाली के योजनागत ढांचागत विकास के लिए हरियाणा, पंजाब एवं चण्डीगढ को आपसी सहयोग व समन्वय के साथ काम करना होगा और इसके लिए हरियाणा, पंजाब व चण्डीगढ प्रशासन व शासन को मिलकर एक ऐसा तंत्र बनाना होगा जिससे चण्डीगढ के साथ लगते पंचकूला व मोहाली में एक योजनागत ढांचागत विकास किया जा सके। उन्होंने कहा कि ट्राईसिटी के योजनागत विकास के लिए तथा कोई बोर्ड या प्राधिकरण गठित करने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री को उनके द्वारा एक पत्र भी लिखा गया है।

चण्डीगढ के राजस्व को 60 और 40 के अनुपात में पंजाब और हरियाणा को देने के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकारों को काम ईज आफ डूईंग के तहत राजस्व को देखना नहीं हैं बल्कि चण्डीगढ़ के राजस्व पर चण्डीगढ के लोगों का पहला हक हैं और इसे उन पर प्रयोग किया जाना चाहिए तथा राजस्व की हिस्सेदारी ठीक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ट्राईसिटी में ढांचागत विकास के मुद्दे हैं और यदि ट्राईसिटी में कोई बड़ी सामान्य परियोजना आती हैं तो उस पर हरियाणा, पंजाब व चण्डीगढ़ को काम करना चाहिए जैसे कि नगर निगमों का एकीकरण, बेस्ट मैनेजमैंट पर कार्य, ट्राई-सिटी मैट्रो परियोजना इत्यादि पर कार्य किया जा सकता है और ऐसी परियोजनाओं के लिए बांड जारी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इन तीनों शहरों के नगर निगमों को मिलकर काम करना चाहिए और इस पर एक बडी परियोजना बनाकर तीनों शहरों का विकास किया जा सकता है। 

Shivam