करनाल SDM की बढ़ सकती है मुश्किलें, मुख्य सचिव ने मांगी किसानों पर हुए लाठी चार्ज की रिपोर्ट

9/1/2021 10:04:42 AM

चंडीगढ़( चन्द्र शेखर धरणी): 28 अगस्त को किसान आंदोलन के दौरान विवादित बयान देने के  करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा की मुसीबतें बढ़ सकती है।राज्य के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने किसानों और पुलिस के बीच हुई भिड़ंत और लाठी सहरज को लेकर विस्तृत रिपोर्ट करनाल के उपायुक्त निशांत यादव से मांगी है। उपयुक्त से रिपोर्ट जल्द से जल्द भेजने को कहा है। मुख्य सचिव ने  साथ ही  रिपोर्ट में एसडीएम आयुष सिन्हा के बयान केने   लिए भी कहा है।

सूत्रों का कहना है की मुख्य सचिव ने आज दोपहर बाद यह पत्र करनाल के उपायुक्त को लिखा है और साथ ही सारे मामले की  रिपोर्ट बारीकी से  तैयार कर शीघ्र से शीघ्र भेजने की कही है ।करनाल के एसडीएमआयुष सिन्हा की सोशल मीडिया में आयी वीडियो के संबंध में उनके बयान शामिल करने के लिए कहा है। गौरतलब है कि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जो मुख्यमंत्री से एसडीएम के वायरल वीडियो के बारे में पूछा गया था । इस पर उन्होंने साफ कहा था कि स्थानीय प्रशासन कार्रवाई करने के लिए सक्षम है।

28 अगस्त को करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज और किसानों से भिड़ंत का मामला सामने आया था। इसी दौरान एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें वे सिर फोड़ने की बात कर रहे थे। इस वायरल वीडियो को लेकर ना केवल किसान संगठन उग्र हुए ,बल्कि समूचे विपक्ष ने सरकार को घेरा और यह बयान सरकार के लिए कहीं ना कहीं फजीहत का कारण भी बना। आप जानते हैं कि 28 अगस्त को करनाल में भाजपा ने अपनी मीटिंग रखी थी। पहले ही किसान संगठनों ने इस मीटिंग का विरोध करने का ऐलान कर रखा था ,लेकिन बाद में नेताओं के पहुंचने पर बस ताड़ा टोल पर किसान उग्र हुए जिस पर लाठीचार्ज हुआ ।पुलिस द्वारा बताया गया कि किसान पुलिस कर्मचारियों पर हमला कर रहे थे। जिसके चलते अपने बचाव में पुलिस को यह कार्रवाई करनी पड़ी।

वीडियो वायरल होने के बाद सिन्हा द्वारा भी एक वीडियो जारी किया गया ,जिसमें उन्होंने साफ कहा कि उनका यह वीडियो एडिट कर कर दिखाया गया है, जबकि उन्होंने ऐसा नहीं कहा था ।उनके ऐसा कहने के बावजूद भी विवाद अभी तक शांत नहीं हुआ है जिसको लेकर सरकार अब कहीं ना कहीं कड़ी होती नजर आ रही है।

 

 

Content Writer

Isha