बच्चों को नशेड़ी बनाने वाला गिरोह सक्रिय, चाइल्ड प्रोटेक्शन टीम की बड़ी कार्रवाई

7/19/2019 12:38:29 PM

यमुनानगर (सुमित ऑबरोय): हरियाणा में शिक्षा के लिए बड़े-बड़े दावे करने वाली सरकार होने के बावजूद भी बच्चों को नशेड़ी बनाने वाला गिरोह सक्रिय है। मामला यमुनानगर का है जहां मुनाफे के नाम पर 30 से 35 रुपये में बिकने वाली टायर पेंचर में इस्तेमाल होने वाली ट्यूब बच्चो को दो सौ रुपए में बेची जा रही है जिससे बच्चे कर रहे नशा करने में मदद ले रहे हैं। दरअसल किसी व्यक्ति ने चाइल्ड लाइन हेल्प लाइन पर फोन कर जानकारी दी थी कि कुछ बच्चे भीख मांग कर नशे की लत में लगे हुए है और टायर पेंचर लगाने वाली ट्यूब से नशा करने में लगे है। जिसके चलते विभाग ने कार्रवाई करते हुए रेस्कयू अभियान चलाया जिसके तहत शहर की अलग अलग जगहों से 6 बच्चो को रेस्क्यू किया जिनकी उम्र 6 से 10 साल और एक नाबालिग की उम्र 16 साल है।



रेस्क्यू टीम ने बताया कि पकड़े गए गए बच्चो को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश कर काउंसलिंग की जाएगी और इनके घरवालों को भी बुलाया जाएगा। वही कॉउंसलिंग के बाद इन बच्चो को नशा मुक्ति केंद्र में तब तक रखा जाएगा जब तक ये नशा न छोड़ दे। उन्होंने बताया कि लेबर क्लास बच्चे टायर पेंचर की ट्यूब को लिफाफे में डाल उसे सूंघ कर रहे है नशा करने में लगे हुए थे। वहीं चाइल्ड लाइन और चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट की संयुक्त टीम की कार्रवाई के बाद उन दुकानदारों में हड़कंप मच गया जो मुनाफे के नाम पर यह 30 से ₹35 में बिकने वाली ट्यूब इनको नशा करने के लिए 200 रुपए तक बेच रहे थे।



एक नाबालिग ने बताया कि वह पिछले 8 सालों से भीख मांगता है और इकट्ठे हुए पैसों से यह नशा खरीदकर नशा करता है। इसका कोई घर बार नहीं है स्टेशन पर ही रहता है।  जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह नशा इन बच्चों पर किस कदर हावी है ।जो अपने दिन भर भीख मांग उन पैसों को इस नशे में उड़ा देता है। चाइल्डलाइन के डायरेक्टर अंजू वाजपेई ने बताया कि उनका यह अभियान आगे जारी रहेगा, क्योंकि यह बहुत बड़ा गिरोह है जो छोटे-छोटे बच्चों को इस प्रकार से नशा बेच रहे हैं और बड़े दुकानदारों तक भी पहुंचा जाएगा।

Edited By

Naveen Dalal