दो घंटे नहीं मिला इलाज, भाजपा कार्यकर्ता की पौत्री ने तोड़ा दम

3/12/2018 10:22:14 AM

नारनौल(ब्यूरो): हरियाणा सरकार एक अौर बेटी बचाअो बेटी पढ़ाअो अभियान का संदेश देकर घटते लिंगानुपात को बढ़ाने में लगी है। वहीं दूसरी अोर नारनौल के सरकारी अस्पताल के गेट में बेटियां इलाज के अभाव में दम तोड़ रही हैं। ऐसा ही एक मामला नारनौल के नागरिक में देखने को मिला। वहां दो दिन पहले जन्मी बच्ची ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। 

जानकारी के अनुसार दो दिन पहले पैदा हुई एक नवजात की तबीयत खराब होने पर उसे उपचार के लिए यहां के नारिक अस्पताल में लाया गया। अस्पताल में बच्चों का डॉक्टर उपलब्ध न होने की बात कहकर नवजात का डेढ़-दो घंटे तक उपचार शुरू नहीं किया गया। 

परिजनों का आरोप है कि इलाज नहीं शुरू करने के कारण बच्ची ने दम तोड़ दिया। ओमप्रकाश व अस्पताल आए उसके परिवारवालों ने इसे इलाज के अभाव में मौत होना बताते हुए इसकी शिकायत अस्पताल चौकी में करनी चाही, लेकिन उन्होंने शिकायत लेने से ही मना कर दिया। बाद में बच्ची के पिता बिजेंद्र ने सिविल सर्जन को लिखित शिकायत दी। 

उल्लेखनीय है कि नारनौल के नागरिक अस्पताल में मरीजों का ठीक से इलाज न करने की घटनाएं आए दिन सुनने में मिल रही है। लेकिन बीते दिन जो बच्ची इलाज के अभाव का शिकार हुई है वह भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता अोमप्रकाश की पौत्री है। गांव धानौता निवासी अोमप्रकाश को हाल ही में सरकार द्वारा मार्केट कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया था। बच्ची ने दो दिन पहले ही इसी अस्पताल में जन्म लिया था। 

ओमप्रकाश की पुत्रवधु कांता पत्नी बिजेंद्र को इसी शुक्रवार को प्रात: साढ़े आठ बजे डिलीवरी के लिए जच्चा-बच्चा वार्ड में भर्ती कराया था। तब नार्मल डिलीवरी हुई थी और कांता ने लड़की को जन्म दिया था। शाम को वहां के स्टाफ ने डिस्चार्ज कर दिया था, जिस पर वे घर चले गए। बच्ची घर पर एक दिन स्वस्थ रही और मां का दूध भी पिया परंतु रविवार प्रात: उसकी नाक से खून आने लगा। इससे वे घबरा गए और सवेरे ही लेकर अस्पताल पहुंच गए। बच्ची को पहले जच्चा-बच्चा वार्ड में दिखाया जहां से नर्सरी के लिए रेफर कर दिया गया। जब नर्सरी गए तो वहां पर कोई चिकित्सक मौजूद नहीं था। जो कर्मचारी था, उसने चिकित्सक के आने का इंतजार करने की बात कही। करीब डेढ़ घंटे तक कोई नहीं आया। परेशान होकर वे अस्पताल के ही आपातकालीन वार्ड में गए। वहां से वे महेंद्रगढ़  रोड स्थित नारायण अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।