जीजा और बहन के घर नहीं हो रहा था बच्चा, साली ने किया कुछ ऐसा कि उड़ जाएंगे होश

6/24/2017 11:18:29 AM

फरीदाबाद(अनील राठी):बादशाह खान अस्पताल के निक्कू वार्ड से गत मंगलवार को हुए नवजात शिशु के अपहरण की वारदात को अपराध शाखा डीएलएफ की टीम ने सुलझा लिया है। इस वारदात को दिल्ली की एक महिला वकील ने अपनी बहन के साथ मिलकर अंजाम दिया था। महिला की संतान न होने के कारण उसका वकील पति उस पर बच्चे के लिए दबाव बना रहा था। इसी वजह से महिला ने अपनी बहन के साथ मिल कर बच्चा चुराने की योजना बनाई थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 

पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक इंद्रा कालोनी में रहने वाले जसवंत की पत्नी रेखा ने एक बच्चे को जन्म दिया था। बच्चा जन्म से ही कमजोर था, गत 19 जून को तबीयत खराब होने पर रेखा ने बच्चे को अस्पताल के निक्कू वार्ड में दाखिल कराया गया था। जहां से 20 जून की रात को दो अज्ञात महिलाएं बच्चे को चुरा कर फरार हो गई थी। पूछताछ में रेखा ने पुलिस को बताया था कि अज्ञात महिला सुबह से ही उसके पास बैठी हुई थी। मामले की जांच अपराध शाखा डी.एल.एफ. के प्रभारी जसबीर सिंह को सौंपी गई थी। उन्होंने सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज की मदद से मामले का सुलझाते हुए दिल्ली के करावल नगर निवासी अधिवक्ता संजय प्रेमी, उसकी पत्नी अधिवक्ता पूजा और पूजा की फतेहपुर चंदीला निवासी बहन कविता को गिरफ्तार कर बच्चे को बरामद कर लिया है। 

इस प्रकार बनाई थी बच्चा चोरी की योजना
पूछताछ में पूजा ने बताया कि वह और संजय प्रेमी कड़कडड़ूमा कोर्ट के प्रैक्टिस करते है। उसका विवाह 1998 में कीर्ति नगर निवासी संजय शर्मा के साथ हुआ था। शादी के बाद उसने एक बेटे और एक बेटी को जन्म दिया। बाद में दोनों के बीच विवाद होने पर उसने संजय शर्मा से तलाक ले लिया। वर्ष 2015 में उसने अपने साथ प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता संजय प्रेमी के साथ शादी कर ली। लेकिन शादी के काफी समय बाद भी उनके यहां संतान का जन्म नहीं हो रहा था। जिसके कारण संजय प्रेमी उस पर संतान को जन्म देने के लिए दबाव डाल रहा था। संतान को जन्म न देने की सूरत में संजय तलाक देने की धमकी दे रहा था। इस बारे में अपनी बहन कविता से बात की। जिसके बाद दोनों ने बादशाह खान अस्पताल से बच्चा चुराने की योजना बनाई थी। 

20 जून को दाेनों पूजा के नाबालिग बेटे के साथ बीके सिविल हॉस्पिटल पहुंची। यहां निकू वार्ड में भर्ती एक बच्चे की मां को लालच देकर उसका बच्चा हासिल करने की कोशिश की। उसके मना करने पर एक अन्य प्रसूता रेखा के साथ दोस्ती कर सारी जानकारियां हासिल की। फिर उसी रात 8:55 बजे के आसपास बच्चे को निकू वार्ड से उठाकर ले गई। पूजा के बेटे के साथ स्कूटी पर सवार होकर दिल्ली पहुंचे। बच्चा अस्वस्थ था। इसलिए बच्चे को 20 जून की रात 10 बजे पहले दिल्ली के हेडगेवार अस्पताल लेकर पहुंचे। इलाज का खर्च अधिक था। इसलिए बच्चे को दिल्ली होली फैमिली अस्पताल पहुंचे। वहां भी खर्च अधिक था तो गाजियाबाद लोनी बॉर्डर स्थित मरियम नगर के सेंट जोसफ अस्पताल में बच्चे को निकू वार्ड में भर्ती करा दिया।

1200 अस्पतालों की छानबीन के बाद मिली सफलता
क्राइम ब्रांच प्रभारी जसबीर के मुताबिक उन्हें यह यकीन था कि चाहे बच्चा चोर गैंग ने चुराया हो या फिर अपने निजी मकसद के लिए लेकिन उसे मेडिकल सुपरविजन की सख्त जरूरत थी। इसलिए दिल्ली एनसीआर में सभी निजी व सरकारी अस्पतालों में सर्चिंग कैंपेन छेड़ा गया। पुलिस ने गाजियाबाद, दिल्ली, फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल में करीब 1200 से अधिक अस्पतालों में सर्च ऑपरेशन चलाया। गुरुवार सुबह 10 बजे पुलिस को इत्तला मिली कि पीलिया ग्रस्त 15 दिन का बच्चा 20 जून की रात को 11.30 बजे सेंट जोसफ अस्पताल मरियम नगर में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने वहां दबिश दे पूजा व उसके पति संजय प्रेमी को दबोच लिया।

मां-बाप की खुशी का ठिकाना नहीं
सीआईए डीएलएफ में मौजूद रेखा को दोपहर 12.00 बजे जैसे ही अपना बच्चा मिला, उसे देखकर उसके आंसू छलक पड़े। उसे खूब चूमा। फिर सीने से लगाया। रोते-रोते पहले उसने बच्चे को दूध पिलाया। कुछ देर उसने किसी से बात भी नहीं की। वह एक अलग कमरे में बच्चे के साथ काफी देर तक खेलती रही। इस दौरान वहां मौजूद बच्चे के पिता जसवीर की आंखों में भी खुशी के आंसू देखने को मिले। वह पुलिसकर्मियों का धन्यवाद करते हुए नहीं थक रहा था।