गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही चिरायु योजना, बीपीएल परिवारों को मिला लाभ : सुदेश कटारिया

1/29/2023 6:12:48 PM

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी) : भाजपा प्रवक्तता सुदेश कटारिया ने मनोहर सरकार की सराहना करते हुए कहा  कि सी एम व पी एम द्वारा बीपीएल परिवार को मुफ्त चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए चिरायु योजना शुरू की गई है। आयुष्मान भारत व प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में उन परिवारों को शामिल किया गया था, जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 20 हजार रुपये से कम थी। प्रदेश सरकार ने बी.पी.एल. के लिए यह आय सीमा बढ़ाकर 1 लाख 80 हजार रुपये वार्षिक की। इससे प्रदेश में अब लगभग 20 लाख नए परिवार इस योजना में आ गए हैं। अब 28,89,036 परिवार कवर हो रहे हैं। इन सबको 5 लाख रुपये वार्षिक का स्वास्थ्य कवर मिल रहा है। इसके अतिरिक्त खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। 

 

कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री चाहते हैं कि इस योजना का लाभ अधिक से अधिक परिवार उठा सकें, इसकी जानकारी देने के लिए समय-समय पर अंत्योदय परिवार उत्थान मेले आयोजित किये जाते हैं ताकि चिन्हित परिवार विभिन्न स्कीमों की जानकारी ले सकें। प्रदेश में तीन चरणों में 861 अंत्योदय मेलों का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह भी व्यवस्था की है कि जरूरतमंद परिवार भी सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकें। इसके लिए सरकारी नौकरियों में ऐसे परिवारों के उम्मीदवारों को 5 अतिरिक्त अंक देने का प्रावधान किया है। यही नहीं, कौशल रोजगार निगम के माध्यम से कच्चे कर्मचारियों की भर्ती में भी जरूरतमंद परिवारों के युवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।

 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदशों पर अंत्योदय परिवारों की सुविधा हेतु अब ऑटो मोड पर बीपीएल राशन कार्ड बनाने का काम शुरू हो गया है। परिवार पहचान पत्र में सत्यापित वार्षिक आय के मापदंड के आधार पर बीपीएल के तहत कवरेज के लिये नए परिवार जोड़े गए हैं। उन परिवारों को ऑनलाइन बी.पी.एल राशन कार्ड दिए जा रहे हैं, जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये तक है। प्रदेश के 29 लाख से अधिक परिवारों को नए बी.पी.एल कार्ड जारी किए गए।
 

सुदेश कटारिया ने कहा कि  हरियाणा सरकार ने जरूरतमंदों के लिए जितनी कल्याणकारी योजनाएं चलाई हैं, उतना उनके बारे में किसी भी सरकार ने नहीं सोचा। लाभार्थियों ने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना चलाकर गरीबों व वंचितों को स्वावलंबी बनाकर जीवन जीने का अधिकार दिया है।प्रदेश सरकार अंत्योदय परिवारों को मुख्यधारा में लाने हेतु रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा आवास आदि के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों के उत्थान के लिए ही सरकार ने मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना चलाई है। इसके तहत लगभग 30,000 परिवारों को मदद पहुंचाई है। इस योजना के माध्यम से ऐसे परिवारों की वार्षिक आय कम से कम 1 लाख 80 हजार रुपये करने का बीड़ा उठाया है। सरकार का प्रयास है कि अंत्योदय परिवार के सदस्यों का कौशल विकास हो ताकि वे अपना स्वयं का काम शुरू करने में सक्षम बनें। इसके लिए उन्हें ऋण स्कीमों, कौशल विकास स्कीम और निजी या विभिन्न विभागों में रोजगार और दूसरी सुविधाओं के साथ जोड़ा गया है। इस स्कीम के शुरू होने से लेकर 27 जनवरी, 2023 तक 22,035 लोगों को ऋण दिये गये हैं । इसके साथ ही 1,849 लाभपात्रों को प्रशिक्षण दिया गया है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना में 18 विभागों की 48 योजनाओं का चयन किया गया है।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan