विस चुनावों के साथ ही खत्म हो गया ‘चिट्टे’ का मुद्दा, गायब हो गए नशा विरोधी ठेकेदार

12/10/2019 10:58:43 AM

फतेहाबाद (स.ह.) : लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान पूरा जिला प्रदेश में नशे को लेकर चर्चा में रहा। उम्मीदवारों ने चिट्टे को जड़ से खत्म करने के लिए संकल्प लिए। नशे को लेकर बड़े-बड़े वायदे हुए। इतना ही नहीं नशे को लेकर एक समाजसेवी ने तो कई दिनों तक अपना अनशन भी रखा। समाजसेवियों व राजनेताओं ने नशे को जड़ से मिटाने के लिए बड़े-बड़े दावे भी किए, लेकिन विधानसभा चुनावों तक ही यह मुद्दा जनता के बीच रहा।

जैसे ही विधानसभा चुनाव खत्म हुए इसके साथ ही नशा विरोधी कथित ठेकेदार गायब हो गए। ऐसा नहीं है कि नशा खत्म हो गया। हां इतना जरूर है कि पुलिस ने जरूर राहत की सांस ली है। 
जिले में 3 विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां पर भी चुनावी सभा होती थी सबसे पहले नशे का मुद्दा जोर-शोर से नेताओं द्वारा उठाया जाता था।

उस समय ऐसा लगता था कि राजनेता शायद इस बार नशे को लेकर गंभीर हैं और अच्छे परिणाम आएंगे, लेकिन लोकसभा चुनाव होने को आधा वर्ष बीतने को है तो विस चुनाव हुए लगभग डेढ़ महीना हो चुका है, लेकिन चुने हुए नुमाइंदों ने नशे के सौदागरों को जो सलाखों के पीछे डालने के वायदे किए थे, वे धरे के धरे रह गए।

Isha