अनिल विज से सी.आई.डी. वापस लेने के बाद गर्माई भाजपा की राजनीति

1/24/2020 10:39:17 AM

डेस्कः गृहमंत्री अनिल विज से सी.आई.डी. विभाग वापस लिए जाने के बाद भाजपा की अंदरूनी राजनीति गर्मा गई है। हालांकि सी.आई.डी. विभाग वापस लिए जाने के बाद विज ने कहा कि मुख्यमंत्री सबसे ऊपर हैं और वह किसी भी विभाग को ले सकते हैं या विभाजित कर सकते हैं। इस बारे उन्होंने आगे कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। 

गत दिवस मुख्यमंत्री के दिल्ली में रहने के बाद से ही ये कयास लगाए जाने लगे थे कि चाहे समय कितना ही लगे पर इस बार मुख्यमंत्री मनोहरलाल सी.आई.डी. पर उठे विवाद को हल करवा कर ही दिल्ली छोड़ेंगे। वैसे भी वह पिछले कई दिनों से पार्टी के शीर्ष नेताओं के सम्पर्क में बने थे पर उन्होंने पहले ही दिन विवाद निपटा दिया और अनिल विज को जोर का झटका धीरे से मार दिया।

मनोहरलाल ने साबित कर दिया कि पार्टी और संगठन उनके साथ
इस प्रकरण से यह तो साबित हो ही गया कि पार्टी और संगठन मुख्यमंत्री मनोहरलाल  के साथ है अन्यथा पार्टी के इतने बड़े कद के नेता को झटका देना आसान नहीं था।  कहा जा रहा है कि सी.आई.डी. को लेकर अब मनोहरलाल ने इतना पुख्ता इंतजाम कर दिया है कि आने वाले समय में भी कोई मंत्री सी.आई.डी. पर नजर लगाएगा ही नहीं लेकिन  भाजपा में अब जो तात्कालिक हालात दिखाई दे रहे हैं, उनके अनुसार निकट भविष्य में कोई धमाका भी हो सकता है? क्योंकि विज समर्थकों के चेहरों पर मायूसी साफ दिखाई दे रही है। हालांकि मंत्री अनिल विज खुद शांत दिख रहे हैं पर कहा जा रहा है कि वह आने वाले दिनों की रणनीति पर चिंतन कर रहे हैं।

सी.आई.डी.अधिकारियों की निगरानी में विज!
चर्चाकारों का कहना है कि अब अनिल विज कभी भी मंत्री पद छोड़ सकते हैं क्योंकि सी.आई.डी. को लेकर मुख्यमंत्री के साथ खटास इतनी बढ़ गई थी कि सार्वजनिक स्थानों पर भी दोनों में बातचीत बंद हो चुकी थी। कहा जा रहा है कि अब अनिल विज अपने रणनीतिकारों से मशविरा करेंगे और सम्भव है कि वह मंत्री पद ही छोड़ दें। इसी बीच एक चौंका देने वाली जानकारी सामने आई है। भाजपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि सी.आई.डी. विभाग वापस लेने के बाद अनिल विज पार्टी के बड़े नेताओं के राडार पर आ गए हैं। बताया यह भी गया है कि अब अनिल विज पर सरकारी तौर पर नजरें रखी जा रही हैं। कल तक उनको गुप्त जानकारी देने वाले सी.आई.डी. के अधिकारी बीती रात से उन्हीं पर नजर रखे हुए हैं। विज की हर गतिविधि पर अब पैनी नजरें सरकार की लग गई हैं।

Isha