सिविल अस्पताल का कारनामा, कोरोना नेगेटिव डेडबॉडी 15 मिनट बाद बनी कोरोना पॉजिटिव

7/31/2020 5:32:41 PM

यमुनानगर(सुरेंद्र मेहता): यमुनानगर में सरकारी अस्पताल का की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया जिसमें पहले एक डेड बॉडी को नेगेटिव बताकर उसके परिजनों को सौंप दी जाती हैं जब परिजन बॉडी का दाह संस्कार करने के लिए घर ले जाते हैं तो घर पहुंचते ही सिविल अस्पताल से फोन जाता है कि उनकी डेड बॉडी कोरोना पॉजिटिव है जिसको सरकारी एंबुलेंस लेने के लिए मृतक के घर चली जाती है। लेकिन परिजन डेड बॉडी देने से मना कर देते हैं और अपने घर के गेट का ताला लगा कर घर के बाहर  बैठ जाते हैं । जिस पर काफी मशक्कत करने के बाद पुलिस परिजनों का समझा-बुझाकर डेड बॉडी को एंबुलेंस में दोबारा से सिविल अस्पताल भिजवा दी है, वंही पर मृतक के परिजनों ने कहा कि वह अपने भाई को सिविल अस्पताल ले गए थे जैसे ही उन्होंने पर्ची कटवाई उसके भाई की डेथ हो चुकी थी । लेकिन डॉ ने सिविल अस्पताल में उसकी डेड बॉडी रख ली और कहने लगे कि इसका कोरोना टेस्ट किया जाएगा।

कोरोना सैंपल भेज दिया 2 दिन तक परेशान रहे जैसे ही आज रिपोर्ट आई ओर जब टेस्ट की रिपोर्ट लेने गया तो वहां पर 28 तारीख की रिपोर्ट में नेगेटिव रिपोर्ट की दे दी। जिस दिन मेरे भाई की डेथ हुई थी और पर्ची बना कर दी साथ में कहा गया कि रिपोर्ट नेगेटिव है । लेकिन अपनी सावधानी के लिए फिर भी हमने बॉडी को पैक करवा लिया और अस्पताल ने पैक करके बॉडी हमें दे दी । जैसे ही हम घर पर पहुंचे 15 मिनट बाद अस्पताल से फोन आया और कहा की आपकी बॉडी कोरोना पॉजिटिव है । हम बॉडी को देखकर लेकर आए हैं मेरे भाई की ही बॉडी  है यदि टेस्ट लैब वाले ही इतनी बड़ी गलती करेंगे तो डॉक्टर को क्या कहेंगे। 

इस संबंध में जिला सिविल सर्जन डॉक्टर विजय दहिया से बात की गई तो उन्होंने माना कि यह विभाग की चूक है। उन्होंने कहा कि एक ही नाम की दो रिपोर्ट आने के चलते यह चूक हुई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जांच कमेटी बैठाई गई है ताकि आगे से इस तरह का कोई चूक ना हो। सिविल सर्जन ने बताया कि जिस व्यक्ति की डेथ हुई थी वह कुछ अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त था लेकिन नियम अनुसार हमने उसका सैंपल लिया और वह पॉजिटिव आया। उन्होंने कहा कि मृतक के सभी परिजनों के सैंपल लिए जा रहे हैं साथ ही उस इलाके को भी सील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह से यह है यमुनानगर में कोरोना से  छठी मौत है।

 

Isha