सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग में लिफ्ट हुई बंद, फंसे 11 कर्मचारी, 2 महिलाएं बेहोश

6/28/2018 12:11:41 PM

पानीपत(अनुज): जी.टी. रोड स्थित भीमसेन सच्चर सिविल अस्पताल में गत दिवस करीब 32 करोड़ की लागत से बन रही नई बिल्डिंग की लिफ्ट में 11 कर्मचारी आधे घंटे तक फंसे रहे। जिसमें 2 महिलाकर्मी गर्मी और सही ढंग से सांस न मिलने के कारण बेहोश हो गईं। जिसके बाद कर्मियों ने फोन से अपने साथी कर्मियों को इसकी सूचना देने की सोची लेकिन किसी भी कर्मी का फोन का नैटवर्क न आने के कारण फोन नहीं मिल सका। जिस कारण आधे घंटे तक लिफ्ट में कर्मी फंसे रहे। लिफ्ट के अंदर फंसे कर्मचारियों ने जोर-जोर से आवाजें मारनी शुरू कीं तब किसी अन्य साथी कर्मचारी ने लिफ्ट में फंसे कर्मचारियों की आवाज सुनीं। जिसके बाद दौड़कर सिविल अस्पताल में मौजूद इलैक्ट्रीशियन ने मौके पर आकर लिफ्ट को चालू किया। इसके बाद लिफ्ट के अंदर फंसे कर्मचारियों को बाहर निकाला गया।

कर्मचारियों ने बताया कि नई बिल्डिंग में एमरजैंसी वार्ड बनकर तैयार हो गया है। जिस कारण वे सभी कर्मी लिफ्ट के माध्यम से जो सामान ऊपर रखा हुआ था उसे नीचे ला रहे थे और जो सामान ऊपर जाना था उसे ऊपर लेकर जा रहे थे। लेकिन सुबह वे सब सामान लेकर नीचे आ रहे थे तो बीच-बीच में कई बार लिफ्ट ने झटके मारे लेकिन फिर भी लिफ्ट चलती रही लेकिन एक दम बीच रास्ते में गेट आने से पहले ही फर्स्ट फ्लोर व सैकेंड फ्लोर के बीच में लिफ्ट फंस गई।

लापरवाही से हो चुकी बच्चों की मौत 
सिविल अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते बीते सोमवार को 2 बच्चों की मौत हो चुकी है। इसके बाद सिविल अस्पताल प्रबंधन ने इससे सबक नहीं लिया। जिसके 2 दिन बीत जाने के बाद अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कहे जाने वाली सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग में ऐसा हादसा होना बड़ा ही गंभीर और चिंता का विषय है।

वहीं, नई बिल्डिंग का कार्य पूरा नहीं होने के कारण सिविल अस्पताल की नई बिल्डिंग का उद्घाटन कार्यक्रम बार-बार टालना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि अस्पताल की बिल्डिंग का कार्य फरवरी 2015 में शुरू हुआ था और इसकी कार्य पूरे करने की समयावधि 2 फरवरी 2018 से पहले निर्माण कार्य पूरा कर बिल्डिंग को स्वास्थ्य विभाग को सौंपना था। लेकिन निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के कारण इसके उद्घाटन की समयावधि को बढ़ा दिया गया था। अब फिर से एक नई डेट जुलाई माह में आएगी। जिसमें नई बिल्डिंग का कार्य होगा। 

दोनों महिलाओं को आया होश
लिफ्ट में 5 महिला और 6 पुरुष कर्मचारी मौजूद थे। जिनमें से सही ढंग से सांस न ले पाने के कारण 2 महिलाकर्मी लिफ्ट में ही बेहोश हो गईं। इसके बाद इलैक्ट्रीशियन द्वारा लिफ्ट से बाहर निकालने के बाद दोनों महिलाकर्मियों को सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग में ले जाया गया। जहां पर डाक्टर्स ने चैकअप किया और कुछ देर तक ए.सी. वाले कमरे में रखा तो दोनों महिलाओं को होश आ गया।

डा. आलोक जैन ने कहा कि नई बिल्डिंग अभी तक लोक निर्माण विभाग ने सिविल अस्पताल को हैंडओवर नहीं की है। वहीं दूसरी ओर इस तरह का मामला उनके संज्ञान में नहीं है। 
 

Nisha Bhardwaj