दादा गौतम को क्लीन चिट, पार्टी ने काेई कार्यवाही न करने का लिया निर्णय

6/8/2020 11:00:11 PM

चंडीगढ़ (धरणी): जेजेपी ने नारनौंद से विधायक दादा राम कुमार गौतम को अनुशासन हीनता करने पर जारी नोटिस मामले में क्लीन चिट दे दी है। पार्टी ने राम कुमार गौतम पर कोई भी कार्यवाही न करने का निर्णय लिया है। जेजेपी ने राम कुमार गौतम को अनुशासन हीनता करने पर नोटिस जारी किया था, लेकिन उस पर दादा गौतम ने आज तक कोई लिखित जवाब नहीं दिया है। जेजेपी के वरिष्ठ नेता केसी बांगड़ ने कहा है कि पार्टी ने उनकी मौखिक बयानबाजी को आधार मान इस मामले में आगामी कोई कार्यवाही न करने का निर्णय लिया है।

वहीं दादा गौतम द्वारा हाल ही में शराब तस्करी को लेकर दिए गए बयान जेजेपी नेतायों ने कहा कि लोकतंत्र में हर नेता को हर बात कहने का अधिकार है। दादा गौतम के तल्ख बयानों के बावजूद जेजेपी ने जो इस मामले को खत्म करने की तरफ कदम उठाएं है, उससे राजनैतिक हलकों के अंदर चर्चा स्वाभाविक है।

पार्टी द्वारा दिया गया कारण बताओ नोटिस अब खत्म हो गया
नारनौंद से जननायक जनता पार्टी विधायक रामकुमार गौतम को पार्टी द्वारा दिया गया कारण बताओ नोटिस अब खत्म ही हो गया है। पार्टी ने इस नोटिस को खत्म कर दिया है व कोई भी कार्यवाही न करने की बात की है । गौतम द्वारा मौखिक में दिए गए जवाब से ही पार्टी संतुष्ट हो गई है। वहीं दूसरी और गौतम के अलावा जेजेपी द्वारा विधानसभा स्पीकर की कोर्ट में दाखिल की गई याचिकाएं भी अब ठंडे बस्ते में जा चुकी हैं।

बता दें कि विधानसभा के बजट सत्र के दौरान गौतम का विधानसभा के अंदर का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वीडियो में गौतम पार्टी नेता व डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला के खिलाफ कई तरह की टिप्पणी करते दिखाई व सुनाई दे रहे थे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। वीडियो विधानसभा सदन के साथ ही विधायकों की लॉबी का है, जिसे सदन का ही हिस्सा  माना जाता है।

वीडियो आने के बाद पार्टी ने गौतम को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। बेशक, अपने कहे पर गौतम को कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन वीडियो वायरल होने पर वे नाराज हुए। उन्होंने लिखित में स्पीकर को शिकायत की और वीडियो बनाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। इसके बाद जेजेपी की ओर से भी स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता की कोर्ट में याचिका दायर करके दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।

स्पीकर ने जेजेपी के साथ ही गौतम को भी पत्र लिखकर कहा कि वे वह वीडियो उपलब्ध करवाएं, जो वायरल हुआ है। हैरानी की बात यह है कि दोनों की ओर से ही वीडियो की सीडी उपलब्ध नहीं करवाई गई। प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह व राष्ट्रीय प्रधान महासचिव डॉ़ केसी बांगड़ ने गौतम से जुड़े सवाल पर कहा, अब यह मामला खत्म हो चुका है।

कारण बताओ नोटिस को लेकर उनसे पूछा तो उन्होंने कहा, नारनौंद विधायक इस मामले में मौखिक रूप से ही अपना पक्ष रख चुके हैं। पार्टी उनके मौखिक जवाब से संतुष्ट है। ऐसे में नोटिस को खत्म किया जा चुका है। इस बीच लॉकडाउन के दौरान अवैध तरीके से हुई शराब बिक्री पर भी गौतम गंभीर आरोप लगा चुके हैं। इस मामले में बांगड़ ने कहा, लोकतंत्र में अपनी बात रखने का हर किसी को अधिकार है।

यह नोटिस जेजेपी के वरिष्ठ नेता के सी बांगड़ द्वारा जारी किया गया था। तब भी गौतम ने कहा था कि उन्होंने कभी मर्यादा का हनन नही किया है। वह पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं। जल्दी ही सार्वजनिक मंचो पर इसका उत्तर देंगें। उन्होंने लिखित कोई जवाब आज तक नहीं दिया है। जेजेपी विधायक राम कुमार गौतम ने कहा था कि विधायकों में बैठ अपने मन की बात करना कोई अमर्यादित कदम नहीं होता।

 

Edited By

vinod kumar