तंवर सही तो पूर्व के 2 उम्मीदवारों का पत्ता साफ!

6/21/2018 11:28:40 AM

भिवानी(मोटू): लगता है आने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस अंदरखाते अपने उम्मीदवारों के चयन के लिए कुछ क्राइट एरिया तय कर रही है। इसके लिए युवा और उन नए चेहरों को टिकट थमाए जाने को मंथन चल रहा है जो इस समय पार्टी के लिए दिल खोलकर काम कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो जिले में उन दो लोगों को कांग्रेस की टिकट मिलने की उम्मीद कम है जिन्होंने पिछले विधानसभा में पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा था। 

हालांकि अभी प्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए 1 साल से भी ज्यादा समय बचा हुआ है। मगर राजनीतिक हलकों में यह चर्चा है कि प्रदेश में लोकसभा चुनावों के साथ ही विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे। अगर ऐसा होता है तो प्रदेश में अगले साल जनवरी के आखिरी सप्ताह में ही चुनावी शंखनाद बज जाएगा। 

कांग्रेस कर रही अभी से तैयारी 
इस आशंका को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने अभी से अपने पक्ष में चुनावी माहौल बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है। इसके तहत जहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर साइकिल यात्रा निकाल रहे हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा भी उनसे पीछे नहीं हैं। हालांकि इन दोनों नेताओं के बीच 36 का आंकड़ा है, इसके बावजूद ये एक दूसरे पर बिना किसी तरह के आरोप लगा पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। 

अंदरखाते बन रही है योजना 
यह तो तय है कि आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के लिए प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व तैयार हो चुका है और चुनावों के लिए अपने अपने स्तर पर जमीन तैयार कर रहा है। दूसरी ओर पार्टी की दिल्ली हाईकमान ने भी प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए एक क्राइट एरिया तैयार कर रही है। इसमें हाईकमान रोजाना प्रदेश में पार्टी के लिए काम कर रहे नेताओं की मेहनत का फीडबैक ले रही है, ताकि समय आने पर उसी के हिसाब से इन नेताओं के चहेते उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जा सके। 

इस तरह के नेताओं को टिकट मिलने की उम्मीद कम 
पार्टी हाईकमान द्वारा इस तरह की नजर पूरे प्रदेश के एक एक विधानसभा क्षेत्र पर है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व यह देख रहा है कि किस क्षेत्र से कौन नेता कितने पानी में है। सूत्रों की माने तो आगामी विधानसभा चुनावों में लोहारू के पूर्व विधायक और पूर्व सीएम स्वर्गीय बंसीलाल के दामाद सोमवीर सिंह और पिछले विधानसभा चुनावों में भिवानी विधानसभा से चुनाव लडऩे वाले रामप्रताप सिंह को टिकट मिलने की संभावना न के बराबर है। 

हारे हुए नेताओं को टिकट मिलना मुश्किल 
इसके पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि लोहारू के पूर्व विधायक सोमवीर सिंह लगातार दो बार चुनाव हार चुके हैं और इन दोनों ही चुनावों में वे तीसरे नम्बर पर रहे हैं, जबकि 2009 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की लहर थी। इसी प्रकार पिछले विधानसभा चुनावों में भिवानी से चुनाव लडऩे वाले कांग्रेस प्रत्याशी रामप्रताप सिंह अपनी जमानत तक जब्त करा चुके हैं। मगर पार्टी ने उन्हें किरण चौधरी के इशारे पर टिकट दिया था। मगर इस बार शायद इन दोनों ही नेताओं को पार्टी ने टिकट नहीं देने का मन बना लिया है। 

ये बोले, अशोक तंवर 
इस बारे में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने बताया कि जो क्राइट एरिया बनेगा वो चुनावों से थोड़ा पहले बनेगा। इस समय पार्टी उन नेताओं पर नजर रख रही है जो पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए विधानसभा चुनावों में भी उन्हीं वर्करों या पदाधिकारियों को टिकट मिलनी चाहिए जो इस समय पार्टी के लिए दिन रात एक कर मेहनत कर रहे हैं। 

Deepak Paul