क्लोन झोटा ‘हिसार गौरव’ बना 20 कटड़े-कटडिय़ों का पिता

12/13/2018 10:46:36 AM

हिसार(नांदवाल): सिरसा रोड स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान ने क्लोन झोटे ‘हिसार गौरव’ को उत्पन्न कर पशु क्लोंनिग के क्षेत्र में भारत के एक मुख्य संस्थान के रूप में अपनी पहचान बनाई है। संस्थान में 11 दिसम्बर को मुर्राह नस्ल के क्लोन झोटे ‘हिसार गौरव’ का तीसरा जन्मदिन मनाया गया। तीन वर्ष के हिसार गौरव का वजन 692 कि.ग्रा. है तथा इसकी विकास दर, अन्य सामान्य कटड़ों के समान सामान्य है। इसके सीमन को 45 भैंसों में कृत्रिम गर्भाधान के लिए प्रयोग किया गया जिसमें से 27 भैंसें गॢभत हुई। अभी तक हिसार गौरव के 20 स्वस्थ कटड़े-कटड़ी जन्म ले चुके हैं।

केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान हिसार के निदेशक डा. सतबीर सिंह दहिया के अनुसार ‘हिसार गौरव’ की विकास एवं श्वसन दर, खून की जांच तथा जैव रसायन एवं गुणसूत्र प्रोफाइल का नियमित अन्तरालों के बाद अध्ययन किया गया है। निश्चित समय के बाद विभिन्न प्रकार की बीमारियों की भी जांच एवं परीक्षण किया गया तथा ‘हिसार गौरव’ को पूर्णत: स्वस्थ पाया गया। उन्होंने बताया कि 22 महीने की आयु के बाद से ही ‘हिसार गौरव’ ने सीमन देना शुरू कर दिया है तथा इस क्लोन झोटे के सीमन को विभिन्न मानकों के लिए कम्प्यूटराइज्ड तथा मूल्यांकन के बाद शत प्रतिशत सही पाया गया। अब तक इसके सीमन की 3 हजार से अधिक डोज तैयार की जा चुकी हैं।

Deepak Paul