अनाथ राहुल व उसके 45 साथियों के ‘नाथ’ बने CM खट्टर

8/24/2019 12:02:49 PM

सोनीपत(ब्यूरो): अपनी पहचान व अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे राहुल व उसके साथियों को मुख्यमंत्री ने राहत दी है। सी.एम. ने अलग मंत्रालय के गठन के आदेश दिए हैं,जो इस तरह के मामले देखेगा। इस मंत्रालय का नाम मानव संपदा मंत्रालय होगा। अनाथ राहुल ने इसके लिए सी.एम. मनोहर लाल,कैबिनेट मंत्री कविता जैन का आभार जताया है। सोनीपत में ऐसे 45 केस हैं,जो राहुल की तरह ही पहचान न मिलने से हर जगह दिक्कतों का सामना कर रहे थे। सोनीपत के बालग्राम से निकले इन युवाओं को अब उनकी पहचान मिलने में कोई दिक्कत नहीं होगी और उन्हें सरकार की सभी योजनाओं का लाभ दिया जा सकेगा। 

उल्लेखनीय है कि सोनीपत के अनाथ राहुल ने सीधे सी.एम. मनोहर लाल से सवाल पूछे थे कि उन्हें उनकी पहचान बताई जाए। वह फॉर्म के जाति वाले कॉलम में अपनी कौन सी जाति लिखें और अपने माता-पिता का क्या नाम लिखें। इन सवालों ने सी.एम. को झकझोर दिया था और उन्होंने तुरंत संज्ञान लेते हुए 2 दिन पहले कैथल में अलग मंत्रालय के गठन की घोषणा की दी थी। इस मंत्रालय को मानव संपदा मंत्रालय का नाम दिया गया है और फिलहाल मंत्री कविता जैन ने सी.एम. के आदेश पर इस संबंध में पूरी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। 

2 साल की उम्र में बालग्राम में पहुंच गया था राहुल 
22 वर्षीय राहुल ने हाल ही में एच.एस.एस.सी. की विभिन्न नौकरियों के लिए आवेदन किया था,लेकिन वह सरकार की योजनाओं का लाभ लेने से वङ्क्षचत रहा क्योंकि उसे न तो उसकी जाति पता,न धर्म व न ही माता-पिता के नाम पता थे। ऐसे में उसने इन कॉलम को खाली छोड़ दिया और सी.एम. से सीधे प्रश्न किए। राहुल ने बताया कि वह 2 साल का था तो कोई उसे बालग्राम राई में छोड़ गया था। यहां नियम है कि बालिग होने के बाद बालग्राम में नहीं रह सकते। ऐसे में उसने12वीं से आगे पढ़ाई की और नौकरी की तलाश करने लगा। 

राहुल जैसे सोनीपत में 45 युवा 
राहुल की तरह ही अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रहे अनाथ युवाओं में सोनीपत में 45 युवक व युवतियां हैं। इन युवाओं ने कई बार अपनी पहचान के लिए संघर्ष किया लेकिन कामयाबी नहीं मिली। 

Isha