गोल्डन गर्ल मनु को CM खट्टर ने किया सम्मानित, सौंपा डेढ़ करोड़ का चेक(Video)

4/17/2018 9:48:46 AM

झज्जर(प्रवीन धनखड़): कॉमनवैल्थ गेम्स में निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीतने वाली झज्जर गांव गोरिया की बेटी गोल्डन गर्ल मनु भाकर को एक समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने डेढ़ करोड़ रुपए का चैक सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही वह बैंक खाता चैक करेंगी तो उनके खाते में डेढ़ करोड़ रुपए आ चुके होंगे। मुख्यमंत्री ने कॉमनवेल्थ में गोल्ड जीतने वाले गांव खुड्डन के बजरंग पूनिया व गांव दूबलधन के सोमबीर के परिजनों को भी सम्मानित किया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 प्रतिशत आबादी वाले हरियाणा ने देश को 33 प्रतिशत मैडल जीत कर दिए हैं जिसमें हरियाणा के खिलाड़ियों के 9 स्वर्ण सहित 22 मैडल हैं। पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉमनवैल्थ गेम्स में जिन प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था उन्हें भी सरकार साढ़े 7 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने हरियाणा के हर जिले में मेडीकल कॉलेज खोलने की घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए महेंद्रगढ़ के कोरियावास गांव में मेडीकल कॉलेज खोलने की बात कही। इस दौरान सी.एम. ने रोहतक में बैग के अंदर 8 साल की बच्ची का शव मिलने की घटना की निंदा की और कहा कि इस मामले में गंभीरता से जांच करवाई जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

26 अप्रैल को चंडीगढ़ में होगा सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा विश्व का एकमात्र ऐसा प्रदेश है, जो ओलिम्पिक में स्वर्ण पदक लाने वाले प्रदेश के खिलाड़ी को 6 करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ और कांस्य पदक लाने वाले को 2.5 करोड़ रुपए का ईनाम देगा। यही नहीं, प्रदेश की एच.सी.एस. और एच.पी.एस. सहित सभी प्रकार की सरकारी सेवाओं में खिलाड़ी की योग्यता के अनुसार नियुक्ति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल को सभी 22 खिलाड़ियों को चंडीगढ़ में हरियाणा सरकार सम्मानित करेगी।

5 खिलाड़ियों के नकद ईनाम में संशय
नियमों के चलते 5 खिलाड़ियों का नकद ईनाम में संशय बना है क्योंकि उक्त खिलाड़ी हरियाणा की तरफ से नहीं, बल्कि रेलवे की तरफ से कॉमनवेल्थ गेम्स में खेले हैं। राज्य सरकार के विज्ञापनों में इन खिलाड़ियों के फोटो प्रकाशित करवाए गए हैं। सरकारी नियमों के अनुसार खिलाड़ी को नकद ईनाम देने के लिए हरियाणा की तरफ से खेलने की शर्त है, ऐसे में प्रदेश के खेल विभाग की दुविधा बनी हुई है कि क्या करें जिससे वह खिलाड़ी जो रहने वाले हरियाणा के हैं लेकिन खेले रेलवे की तरफ से हैं, उन्हें भी नकद इनाम दिया जा सके। कुश्ती में स्वर्ण पदक हासिल करने वाले बजरंग पूनिया, सुमित कुमार, विनेश फौगाट व साक्षी मलिक ने इन खेलों में रेलवे का प्रतिनिधित्व किया। बॉक्सिंग में मनोज कुमार ने कांस्य पदक हासिल किया। पांचों ही खिलाड़ी हरियाणवी हैं। इसलिए सरकार इन्हें अपने कोटे में गिन रही है। हरियाणा के खेल विभाग ने इस समस्या से बचने के लिए खेल नीति में संशोधन का प्रस्ताव सरकार को भेजा है जो कि मुख्यमंत्री कार्यालय में लंबित है।
 

Nisha Bhardwaj