मुख्यमंत्री ने परिवार पहचान पत्र पोर्टल लांच किया

7/26/2019 9:34:38 AM

चंडीगढ़ (बंसल/पांडेय): मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज राज्य के हर परिवार की अलग पहचान के लिए परिवार पहचान पत्र पोर्टल का शुभारंभ किया। हरियाणा निवास में सभी जिला उपायुक्तों के साथ वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से पोर्टल लांच करने के बाद पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे परिवार की अलग पहचान के लिए आधार कार्ड की तरह ही पहचान पत्र होगा।

इसमें परिवार के मुखिया का नाम सबसे ऊपर होगा। जन्म के साथ ही इसमें परिवार के सदस्य का नाम शामिल हो जाएगा और जब लड़की की शादी होगी तो उसका नाम ससुराल के परिवार में शामिल कर दिया जाएगा तथा पहले वाला काट दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए परिवार के मुखिया को अटल सेवा केंद्र या अंत्योदय सेवा केंद्र में परिवार के पूरे ब्यौरे के साथ फार्म हस्ताक्षर करके जमा करवाना होगा,जिसे विभागों द्वारा अपडेट किया जाएगा तथा अपडेट करने के बाद व्यक्ति को दो प्रिट लेने की अनुमति होगी। उन्होंने कहा कि अपडेट के लिए पोर्टल पर सर्च करना आसान होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब हरियाणा में मैरिज रजिस्ट्रेशन करवाना भी अनिवार्य होगा।

पात्र लोगों को घर बैठे मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ 
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्ति की बजाय परिवार समृद्ध हो,उनका इस पर जोर है। आने वाले समय में हम सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों को घर तक पहुंचाएंगे। आॢथक आधार को भी परिवार पहचान में शामिल किया जाएगा। 

अंतिम संस्कार का ब्यौरा ऑनलाइन डाला जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी श्मशान घाटों व कब्रिस्तानों के पंजीकरण का कार्य भी पूरा हो चुका है। गांव में चौकीदार व शहरों में स्थानीय निकायों के द्वारा रखे गए व्यक्तियों द्वारा श्मशान घाटों व कब्रिस्तानों में किए गए अंतिम संस्कार का ब्यौरा ऑनलाइन डालना होगा,जिसके लिए उन्हें अंशदान दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार पहचान-पत्र बनने से न केवल लाभाॢथयों को विभिन्न नागरिक केंद्रित सेवाओं की स्व:चालित प्रदायगी सुनिश्चित होगी, बल्कि भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा। 

कै. अभिमन्यु ने मुख्यमंत्री के कदम को बताया सराहनीय
वित्त राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री कै. अभिमन्यु ने कहा कि आज का दिन हरियाणा में सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण एवं ऐतिहासिक दिन है। हरियाणा की परिवार पहचान का संकल्प देश में एक उदाहरण के तौर पर जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की यह पहल निश्चित तौर पर सराहनीय है।

डुप्लीकेसी की संभावनाएं होंगी कम
वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद ने कहा कि परिवार पहचान पत्र बनने से अपात्र व्यक्तियों व अपात्र परिवारों को गलत तरीके से जाने वाले सरकारी योजनाओं के लाभ पर काफी हद तक अंकुश लगेगा और इसमें डुप्लीकेसी की संभावनाएं भी कम होंगी। 
 

Edited By

Naveen Dalal