जनसंवाद के 25 दिनों के कार्यक्रम के दौरान आधा हरियाणा कवर कर चुके हैं सीएम मनोहर लाल
punjabkesari.in Tuesday, Sep 19, 2023 - 09:03 PM (IST)
चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले 9 वर्षों में अनेक साहसिक फैसले लेते हुए भ्रष्टाचार पर प्रहार कर सुशासन के अपने संकल्प को साकार करने का प्रयास किया है तो सी.एम. विंडो और जनसंवाद के जरिए आमजन की तकलीफों को निरंतर दूर कर रहे हैं। 2 अप्रैल को भिवानी से जनसंवाद कार्यक्रम का आगाज करने के बाद मुख्यमंत्री 10 जिलों में कार्यक्रम कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने 90 दिनों की जनसंवाद कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है, जिसमें से लगभग 25 दिनों के कार्यक्रम पूरे हो चुके हैं। मुख्यमंत्री अब तक भिवानी, पलवल, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, करनाल, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, सिरसा, हिसार और पंचकूला में जनसंवाद कार्यक्रम कर आधे हरियाणा को कवर कर चुके हैं। जहां जन संवाद कार्यक्रम होता है, उसमें स्थानीय लोग तो होते ही हैं, बल्कि आस-पास के गांवों व शहरों के लोग भी अपनी बात मुख्यमंत्री के समक्ष रखने के लिए पहुंचते हैं।
पिछले 9 वर्षों में व्यवस्था परिवर्तन लाने का काम हरियाणा में किया गया
गौरतलब है कि अक्तूबर 2014 में पहली बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने के बाद पिछले 9 वर्षों में व्यवस्था परिवर्तन लाने का काम हरियाणा में किया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा अनेक नई योजनाओं का सूत्रपात करने के अलावा सुशासन की स्थापना की गई है। अधिकांश योजनाओं को ऑनलाइन कर जनता के समय, धन एवं ऊर्जा को बचाने का काम किया गया है। नौकरियों में पारदर्शिता लाई गई है तो सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार पर भी प्रहार किया गया है। उल्लेखनीय है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विगत 9 वर्षों में सेवा भाव से जन हित में कार्य करके जिस प्रकार से प्रदेश की राजनीति की परिभाषा को बदला है, उससे उन्होंने यह साबित करने का प्रयास किया है कि सत्ता सुख भोगने का नहीं, बल्कि सेवा का भी माध्यम बन सकती है। इससे गरीब से गरीब व्यक्ति के मन में आत्मविश्वास जगा है कि अब उनकी बात सुनने वाला भी कोई नेता है। वर्ष 2014 में जब मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तो उन्होंने जन कल्याण का संकल्प लिया था। मुख्यमंत्री ने एक कुशल प्रशासक, सुलझे राजनीतिज्ञ व रणनीतिकार के रूप में पिछले 9 वर्षों में पारदर्शी तरीके से जन कल्याण कार्य करके एक ऐसी सरकार चलाई है कि हर कोई मनोहर लाल का कायल नजर आता है।
9 सालों में सीएम तक पहुंची 10 लाख शिकायतों का हुआ समाधान
सीएम विंडो बन रही तकलीफें दूर करने का मंचपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन की अवधारणा को सत्ता का आधार मानकार मनोहर लाल ने आम नागरिक की पहुंच प्रदेश के मुखिया तक पहुंचाने के लिए 25 दिसंबर 2014 को एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सी.एम. विंडो की शुरुआत की थी। इस विंडो के माध्यम से प्रदेश का कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायतों को सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचा सकता है और इन 9 सालों में लगभग 12 लाख शिकायतें सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंची हैंं, जिनमें से 10 लाख से अधिक शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। सी.एम. विंडो की शुरुआत में किसी ने भी नहीं सोचा था कि इस प्रकार का प्रकल्प हरियाणा में हो सकता है, लेकिन मनोहर लाल की दूरदर्शिता व उनके डिजीटल हरियाणा के विजऩ के चलते यह संभव हुआ है। इसी प्रकार से पंडित दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन को जमीनी हकीकत पर उतारने के लिए मुख्यमंत्री ने सी.एम. विंडो के बाद लोगों की शिकायतें, मांगें व सुझाव लेने के लिए सीधे लोगों के बीच जाने की पहल शुरू की। इसके लिए मुख्यमंत्री ने इसी साल 2 अप्रैल को भिवानी जिले से अपने जनसंवाद कार्यक्रम की शुरुआत की और यह भी अनोखी बात रही कि उन्होंने सबसे पहले ऐसे जिले का चयन किया जहां से तीन-तीन मुख्यमंत्री रहे हैं। पिछले लगभग साढ़े 5 माह में जन संवाद कार्यक्रम आज जन-जन की आवाज बन चुका है और हर कोई चाहता है कि जन संवाद कार्यक्रम उनके शहर या गांव में हो, ताकि उन्हें सीधे मुख्यमंत्री से बात करने का अवसर मिल सके।
जनसंवाद के जरिए ऐसे हो रहा है लोगों की समस्याओं का निवारण
अहम बात यह है कि मुख्यमंत्री सबसे पहले लोगों को जनसंवाद की भूमिका व उद्देश्य के बारे बताते हैं कि यह कार्यक्रम धरातल पर सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन और लोगों से सीधे फीडबैक लेने के लिए शुरू किया गया है। मनोहर लाल कहते हैं कि यह कार्यक्रम ऐसा नहीं है कि केवल मंच पर बैठे व्यक्ति अपनी बात कहकर चले जाएं, ये वास्तव में संवाद कार्यक्रम हैं, जहां आप लोग अपनी बात कहेंगे और मैं भी। दूसरे चरण में मुख्यमंत्री लोगों से पूछते हैं कि पिछले 9 वर्षों में सरकार द्वारा किए गए अनेकों कार्यों में से कोई एक कार्य बताएं जो आप को सबसे ज्यादा पसंद हो। तीसरे व अंतिम चरण में चुने हुए जन प्रतिनिधि सरपंच व पार्षदों से भी उनके गांवों व वार्ड के विकास के भविष्य की योजना के बारे में पूछते हैं।
इस पूरे कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री व उनकी टीम लोगों द्वारा लिखित प्रतिवेदनों को भी प्राप्त करती है और मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रतिवेदनों के एक-एक वाक्य को पढ़ा जाएगा और आपको सूचित किया जाएगा कि किस स्तर पर शिकायत व मांग की कार्रवाई चल रही है? मुख्यमंत्री की इस सोच के चलते हरियाणा अब सुशासन की पटरी पर न केवल दौड़ रहा है, बल्कि दूसरे प्रदेशों को भी सुशासन का पाठ पढ़ा रहा है। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य है जहां पर करीब-करीब सारी सरकारी सुविधाएं और योजनाएं ऑनलाइन जनता को मिल रही है। जमीन की फर्द के लिए पटवारी के पास चक्कर नहीं काटना पड़ता। राशन कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, रिहायशी प्रमाण पत्र, जमाबंदी के लिए अब आपको कतारों में नहीं लगना पड़ता है। सरल केंद्रों और अटल केंद्रों पर जाकर आप तमाम तरह की सुविधाओं और योजनाओं का लाभ ले सकते हैं।
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