हरियाणा विधानसभा: CM ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर पेश किया सरकारी प्रस्ताव, सदन में सर्वसम्मति से पारित
punjabkesari.in Thursday, Dec 18, 2025 - 05:39 PM (IST)
चंडीगढ़( धरणी): हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान आज एक ऐतिहासिक पल आया जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित एक सरकारी प्रस्ताव सदन के सम्मुख रखा। इस भावुक और गरिमामयी प्रस्ताव को पूरे सदन ने सर्वसम्मति से पारित कर गुरु साहिब के बलिदान को नमन किया।

धर्म के लिए खुद को न्योछावर किया, पर झुके नहीं
सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगस्त 2025 में इसी सदन ने गुरु जी के 350वें बलिदान दिवस को राज्य स्तर पर मनाने का संकल्प लिया था। उन्होंने कहा, "श्री गुरु तेग बहादुर जी का जीवन भारतीय सभ्यता की उस आत्मा का प्रतीक है, जिन्होंने धर्म और सत्य की रक्षा के लिए स्वयं को न्योछावर कर दिया, लेकिन अन्याय के आगे कभी सिर नहीं झुकाया।"
प्रधानमंत्री मोदी का आभार और ऐतिहासिक आयोजन
मुख्यमंत्री ने बताया कि इन आयोजनों को भव्य बनाने के लिए 3 नवंबर को चंडीगढ़ में सर्वदलीय बैठक बुलाकर आम राय ली गई थी। 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाल समागम में शिरकत कर गुरुजी को नमन किया और उनकी स्मृति में सिक्का, डाक टिकट और कॉफी टेबल बुक जारी की।

प्रधानमंत्री ने उसी दिन कुरुक्षेत्र में महाभारत थीम पर आधारित 'अनुभव केंद्र' और भगवान कृष्ण के शंख के नाम पर 'पंचजन्य स्मारक' का लोकार्पण भी किया, जिसकी सराहना उन्होंने 'मन की बात' कार्यक्रम में भी की। मुख्यमंत्री ने सदन में गुरु साहिब की याद में सरकार द्वारा लिए गए कई बड़े फैसलों की जानकारी दी।
चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा में गुरु तेग बहादुर जी के जीवन दर्शन पर शोध के लिए एक विशेष चेयर (Chair) स्थापित की जाएगी। गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक अंबाला का नाम अब श्री गुरु तेग बहादुर जी के नाम पर होगा। यमुनानगर के किशनपुरा में गुरु तेग बहादुर कृषि महाविद्यालय खोलने की घोषणा की गई। यमुनानगर के कलेसर में गुरु साहिब के नाम पर एक विशाल वन विकसित किया जाएगा।

जन-भागीदारी का नया रिकॉर्ड
सीएम ने बताया कि गुरु जी के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के लिए पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर कार्यक्रम हुए:
रक्तदान: 350 शिविरों में 23,000 से अधिक यूनिट रक्त एकत्रित हुआ। निबंध और कहानी प्रतियोगिताओं में साढ़े तीन लाख से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। करनाल में आयोजित 'हिन्द की चादर' मैराथन में 80,000 से ज्यादा धावकों ने हिस्सा लिया।
वीर नायकों को दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री ने दादा कुशाल सिंह दहिया, भाई जैता जी, भाई दयाला जी, भाई सती दास जी और भाई मति दास जी के अद्वितीय बलिदान को भी याद किया। उन्होंने विशेष रूप से बड़खालसा के दादा कुशाल सिंह दहिया को नमन किया, जिन्होंने गुरुजी के शीश को सुरक्षित पहुंचाने के लिए अपने शीश का बलिदान दिया था। अंत में मुख्यमंत्री ने पौने तीन करोड़ हरियाणावासियों की ओर से प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया और सदन से इस प्रस्ताव को पारित करने का अनुरोध किया, जिसे पूरे सदन ने एक स्वर में स्वीकार कर लिया।