'मांगों को लेकर 3 को करेंगे CM रेस्ट हाऊस का घेराव'(Video)

2/1/2018 3:17:48 PM

करनाल(ब्यूरो): अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के सदस्यों ने जाटावन में प्रैसवार्ता का आयोजन किया। इस दौरान समिति के सदस्यों ने बताया कि जाट आरक्षण की मांग लागू न होने पर 3 फरवरी को सी.एम. सिटी करनाल में अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति अध्यक्ष मंडल हरियाणा के सभी पदाधिकारी सी.एम. आवास पर गरजेंगे। समिति अध्यक्ष मंडल हरियाणा के संयोजक भरत सिंह बैनीवाल व अध्यक्ष मंडल के वरिष्ठ नेता बिरभान ढुल ने कहा 19 मार्च 2017 को जाट आरक्षण को लेकर हरियाणा सरकार के साथ समझौता हुआ था लेकिन अभी तक भाजपा सरकार ने उनकी मांगा को नहीं माना।

जिस कारण वे सी.एम. कैम्प के बाहर जोरदार प्रदर्शन करेंगे और सी.एम. का पुतला भी जलाएंगे। इसके साथ ही सी.एम. आवास का घेराव भी करेंगे। वार्ता के दौरान प्यारा राम ढांडा, बलजोरा चहल, सतपाल जागलान, इंद्र सिंह सहारज खरक, विक्रम बैनीवाल, गजे सिंह चहल, बलवान मलिक, कपूर सिंह व रामचंद्र मलिक आदि मौजूद रहे। यशपाल मलिक पर लगाया 296 करोड़ रुपए के गबन का आरोप भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति अध्यक्ष मंडल हरियाणा के संयोजक भरत सिंह बैनीवाल ने  यशपाल मलिक पर आरोप लगाया कि जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान समाज के लोगों से चंदे के रूप में करीब 5 करोड़ रुपए एकत्रित किए थे 

लेकिन यशपाल मलिक के जाट ग्लोबल मिशन बैंक अकाऊंट में 296 करोड़ रूपए कहा से आएं। उन्होंने आरोप लगाया कि यशपाल मलिक समाज द्वारा चंदे के रूप में दिए गए 5 करोड़ रुपयों का गबन किया है, इससे अलग उसने उद्योगपतियों व फैक्ट्रियों के मालिकों को आंदोलन में उनकी फैक्टरियों में आग लगाने के नाम पर डराकर करोड़ों रुपए एकत्रित किए हैं। इन सभी की सी.बी.आई. से जांच करवाई जाए। 

मामलों की सी.बी.आई. से करवाई जाए जांच
इसके साथ बैनीवाल ने रोहतक के अशोक चौक पर चाकू गोदकर 2 युवकों की हत्या के मामले में की, रोहतक यूनिवॢसटी के होस्टल में घुसकर विद्यार्थियों की डी.एस.पी. द्वारा पिटाई करने के मामले की, रोहतक में वकीलों पर हमला करने के मामले की, झज्जर, भिवानी, हांसी में जाट धर्मशाला में आग लगाने के मामले की व कैथल में छोटूराम चौक तोडऩे के मामले की जांच सी.बी.आई. से करवाने की मांग की है। 

ये हैं मांगें
केंद्र व प्रदेश में जाट सहित 6 बिरादरियों को बी.सी.-बी में आरक्षण दिया जाए।
जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज हुए सभी मामले वापस हों।
जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान जेल में गए युवा रिहा किए जाएं।
प्रकाश कमेटी की रिपोर्ट लागू की जाए।
आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाए।
आंदोलन के दौरान घायल हुए लोगों को मुआवजा दिया जाए
सांसद राजकुमार सैनी, रोशन आर्य, चंद्र भाटिया डी.एस.पी. व यशपाल मलिक पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए।