प्रशासन के राडार पर सी.एम.आर. राइस मिलर्स

11/21/2019 12:41:30 PM

करनाल (मनोज): धान खरीद में घोटाले का मुद्दा गर्माने के बाद सरकार एक्शन मोड में है। जैसे ही आदेश मिले जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया। जिले के सभी सी.एम.आर. राइस मिलर्स इस समय राडार पर हैं। इनके गेट के बाहर पुलिस का पहरा है। प्रशासन की टीमें राइस मिलों पर लगातार छापेमारी कर रही हैं। सी.एम.आर. स्टॉक के मिलान से पहले अन्य पहलुओं पर जांच की जा रही है। कहीं यू.पी. व अन्य राज्यों से तो धान या चावल तो नहीं आ रहा। इसमें सहयोग के लिए पुलिस की 10 टीमें लगाई गई हैं। इनमें इंस्पैक्टर रैंक के 10 अधिकारियों के अलावा 218 पुलिसकर्मी भी हैं।

शुरूआती जांच में क्या मिला इसके बारे में अधिकारी फिलहाल पत्ते नहीं खोल रहे हैं।  इधर, प्रशासन के अचानक हरकत में आने से राइस मिलर्स में रोष दिखाई दिया। व्यापारियों का कहना है कि उन्हें फिजीकल वैरीफिकेशन से ऐतराज नहीं है लेकिन प्रशासन का तरीका गलत है। पुलिस के पहरे से राइस मिलर्स असहज महसूस कर रहे हैं। हरियाणा मिलर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन ने मांग की कि पुलिस मिलों के बाहर से हटाया जाए। बृहस्पतिवार से राइस मिलर्स की फिजीकल वैरीफिकेशन होगी। 

राइस मिलर्स का कहना है कि पुलिस उनकी सी.एम.आर. की गाडिय़ां भी रोक रही है। यह गलत है। धान की कु टाई के बाद चावल एफ.सी.आई. में जाता है। काफी गाडिय़ां लोड खड़ी हैं लेकिन इन्हें रोक दिया है। इससे राइस मिलर्स पर किराया पड़ेगा। व्यापारियों ने मांग की कि चावल की जो गाडिय़ां लोड हैं, उन्हें जाने दिया जाए। 

जिले में 316 राइस मिल कर रहे सी.एम.आर. का काम 
वित्त वर्ष 2019-20 में जिले में 316 राइस मिल सी.एम.आर. काम कर रहे हैं। जिले की मंडियों में 3 खरीद एजैंसियों ने इस बार पी.आर. धान की खरीद की। जिला खाद्य एवं आपूॢत विभाग के सबसे अधिक 203 राइस मिल हैं। वेयर हाऊस के 36 और हैफेड के 77 राइस मिल सी.एम.आर. का काम कर रहे हैं।  

रिकॉर्ड अच्छा नहीं : 2017-18 में 3 पर हुई थी एफ.आई.आर. 
सी.एम.आर. को लेकर विभाग की काफी फजीहत हुई है। विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 2017-18 में 85629 किं्वटल चावल राइस मिलर्स ने नहीं लौटाया था। इससे परेशान होकर विभाग को कार्रवाई करनी पड़ी। अधिकारियों के अनुसार 3 राइस मिलर्स पर एफ.आई.आर. करवाई गई थी। चावल की भरपाई के लिए इनकी प्रॉपर्टी तक अटैच करनी पड़ी थी।  

Isha